नई दिल्ली। लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच में हुई झड़प में जहां भारतीय सेना 20 जवान शहीद हुए हैं वहीं चीन को भी बड़ा नुकसान पहुंचा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन के 45 से ज्यादा सैनिकों की मौत हुई है या फिर वह घायल हुए हैं। जानकारी के मुताबिक सीमा पर चीनी हेलीकाप्टर मंडरा रहे हैं और चीनी सैनिकों को शवों को वह एयरलिफ्ट कर रहे हैं। वहीं जानकारी के मुताबिक इस वक्त सीमा पर चीनी सैनिक पीछे चले गए हैं।

फिलहाल दोनों देशों के बीच हुई हिंसक झड़प के बीच  उच्च स्तरीय बैठकों का दौर जारी है और पीएम मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत अफसरों की बैठक चल रही है। वहीं केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह सेना के बड़े अफसरों के साथ बैठक कर चुके हैं। गृहमंत्री के साथ सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुख और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी मौजूद थे। वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गलवान घाटी में भारतीय जवानों के साथ हिंसक झड़प में 45 से ज्यादा चीनी सैनिक मारे गए हैं या फिर घायल हो गए हैं और सीमा पर चीनी सेना अपने सैनिकों के शवों को एयर लिफ्ट कर रही है।  सीमा  पर चीनी हेलीकॉप्टरों की गतिविधियां एलएसी पर देखी जा रही है। हालांकि चीनी सरकार की तरफ से सैनिकों की मौत को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया है।

1975 के बाद पहली बार भारत के सैनिक हुए शहीद

लद्दाख में सोमवार की रात को हुई झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए हैं। लेकिन सीमा पर 1975 के बाद पहली बार भारतीय सैनिकों की मौत हुई है। 1975 में अरुणाचल प्रदेश के तुलुंग ला में दोनों देशों के बीच झड़प हुई थी और चीनी सैनिकों ने धोखे से हमला कर दिया था और इसमें चार भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।