लालू ने तेजस्वी यादव को एक तरह से उत्तराधिकारी बनाया था, लेकिन तेजस्वी भी कुछ नहीं कर पाए। वहीं लालू परिवार में दो भाईयों के बीच चली आ रही जंग अभी शांत है, लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में ये जंग तेज होगी। क्योंकि तेज प्रताप चुनाव में मिली हार के लिए तेजस्वी को जिम्मेदार जरूर बताएंगे।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने अस्पताल में फिलहाल खाना पीना छोड़ दिया है और इसको लेकर डाक्टर भी परेशान हैं। असल में गुरुवार को लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद लालू परेशान और निराश हो गए हैं। क्योंकि बिहार में राजद का खाता भी नहीं खुला है, जिसके कारण अब राज्य की राजनीति में पार्टी के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है।
लालू प्रसाद यादव रांची के रिम्स में भर्ती हैं। क्योंकि चारा घोटाले में सजा मिलने के बाद स्वास्थ्य कारणों से वह अस्पताल में भर्ती हैं। जानकारी के मुताबिक 23 मई को जैसे ही लोकसभा चुनाव के नतीजे आए तो लालू की तबीयत बिगड़ने लगी। फिलहाल डाक्टर भी लालू के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। क्योंकि उनका शुगर का स्तर भी बढ़ रहा है और वह खाना भी नहीं का रहे हैं।
बिहार में राजद ने कांग्रेस समेत कई छोटे दलों के साथ चुनावी गठबंधन किया था। लेकिन चुनाव में राजद अपना खाता भी नहीं खोल पाया। यहां तक कि लालू की बेटी मीसा भारती पाटलीपुत्र से चुनाव हार गयी। जिसके कारण लालू को झटका लगा है। किसी दौर में देश की राजनीति को तय करने वाले वाले लालू की पार्टी के लोकसभा में एक भी सांसद नहीं है।
जिसको लेकर लालू को लगता है कि पार्टी का अस्तित्व खतरे में है। वहीं लालू ने तेजस्वी यादव को एक तरह से उत्तराधिकारी बनाया था, लेकिन तेजस्वी भी कुछ नहीं कर पाए। वहीं लालू परिवार में दो भाईयों के बीच चली आ रही जंग अभी शांत है, लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में ये जंग तेज होगी। क्योंकि तेज प्रताप चुनाव में मिली हार के लिए तेजस्वी को जिम्मेदार जरूर बताएंगे।
जानकारी के मुताबिक चुनाव परिणाम के दिन लालू सुबह 8 बजे से ही टीवी के सामने बैठ गए और रूझान आने के बाद वह तनाव में चले गए। फिलहाल सदमे के कारण उनकी दिनचर्या बिगड़ गई है और वह न तो ठीक से खा रहे हैं और न ही पी रहे हैं। वह नाश्ता भी सही समय पर नहीं ले रहे हैं और इसके कारण डाक्टरों को इंसुलिन देने में दिक्कत आ रही है।
Last Updated May 26, 2019, 11:52 AM IST