जयपुर।  राजस्थान में सरकार में होने के बावजूद कांग्रेस में हलचल मची हुई है।  सभी कांग्रेसी विधायकों को रिसार्ट में ठहरा कर उनके मन की बात जानने की कोशिश की जा रही है। माना जा रहा है कि विधायक पार्टी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नाराज चल रहा है। लिहाजा विधायकों के मन की बात जानने की कोशिश की जा रही है।


राजस्थान को लेकर कांग्रेस में  परेशानी  साफ देखी जा रही है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा उसके विधायकों को तोड़ सकती है।  लिहाजा उसने अपने विधायकों को 19 जून तक रिसार्ट में ठहराया है। राज्य के सीएम और राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे, राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला व छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव विधायकों के मन की बात जानने की कोशिश कर रहे हैं। सुरजेवाला को पार्टी ने खास तौर से विधायकों की नाराजगी को दूर करने के लिए दिल्ली से राजस्थान भेजा है। हालांकि कांग्रेस ये भी दावे कर रही है कि वह राज्यसभा की दो सीटें आसानी से जीत लेगी। लेकिन भाजपा के दूसरे प्रत्याशी के मैदान में उतरने से कांग्रेस पसोपेश में है।

असल में राज्य में चर्चा है कि पार्टी के कई विधायक और गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री नाराज चल रहे हैं। वहीं पार्टी नेताओं की नजर नाराज चल रहे  खाघ एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा, वरिष्ठ विधायक हेमाराम चौधरी व रामनारायण मीणा पर है। क्योंकि अभी तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय नेता मीणा को कई बार रिसार्ट में बुलाया चुके हैं लेकिन वह अभी तक नहीं पहुंचे हैं। लिहाजा सरकार और पार्टी की नजर इन विधायकों पर है। रमेश मीणा का कहना है कि अशोक गहलोत उनके विभाग के तबादले अपने स्तर से करते हैं और मंत्री होने के बावजूद उनसे नहीं पूछा जाता है।

वहीं हेमाराम चौधरी व रामनारायण मीणा मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज हैं और कई बार अपनी ही सरकार की आलोचना कर चुके हैं। वहीं छत्तीसगढ़ से आए सिंहदेव ने मीणा के नहीं पहुंचने को पार्टी के खिलाफ अनुशासनहीनता बताया है। हालांकि पार्टी ऐसे मौके पर विधायकों को और ज्यादा नाराज नहीं करना चाहती है और उन पर डोरे डाल रही है। फिलहाल आलाकमान की तरफ से भेजे गए नेता अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कौन -कौन विधायक नाराज हैं और उनकी सरकार और सीएम से क्या शिकायत है। वहीं अशोक गहलोत के कहने पर बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए 6 विधायक अब तक मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज है और उन्हें मनाने की कोशिश की जा रही  है।