देश के अलग-अलग राजनीतिक दलों में नई पीढ़ी के कई ऐसे नेता हैं, जिन्होंने न सिर्फ सियासी मोर्चे पर जीत हासिल की बल्कि प्यार की 'जंग' भी जीती। वैसे तो यह फेहरिस्त काफी लंबी है, लेकिन अभी बात उन तीन नेताओं की, जिन्हें नई पीढ़ी के सबसे संभावनाशील नेताओं में शुमार किया जा रहा है। ये हैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट। 

1. पहली मुलाकात में ही अमृता को कर दिया था प्रपोज

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भले ही राजनीति के क्षेत्र में तेजी से उभरता नाम हों लेकिन उनकी पत्नी अमृता भी एक चर्चित शख्सियत हैं। एक बैंक में अधिकारी अमृता एक बेहतरीन गायक हैं। हाल ही में वह म्यूजिक वीडियो में दिखी हैं। देवेंद्र और अमृता की प्रेम कहानी सबसे अलग है। दोनों ने महज एक घंटे की मुलाकात में ही शादी का फैसला कर लिया था। यह मुलाकात दोनों के करीबी शैलेष जोगलेकर के घर पर हुई थी। उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में बताया था कि कैसे पहली ही मुलाकात के बाद देंवेद्र अमृता को पंसद करने लगे थे। जोगलेकर के अनुसार, महज एक घंटे की बातचीत के बाद देवेंद्र ने अमृता को शादी का प्रस्ताव दिया और उन्होंने इसे स्वीकार भी कर लिया। देवेंद्र और अमृता को देविजा नाम की बेटी है। 

2. विदेश में हुआ था सचिन पायलट को सारा से प्यार

राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट सारा अब्दुल्ला की प्रेम कहानी लंदन में पढ़ाई के दौरान शुरू हुई। दोनों एक फैमिली फंक्शन में मिले और दोस्त बन गए। पढ़ाई के बाद दिल्ली लौटे सचिन लंदन में रह रही सारा से फोन पर लंबी-लंबी बात किया करते थे। तीन साल की डेटिंग के बाद सचिन और सारा ने शादी कर ली। एक इंटरव्यू में सारा ने खुद माना था कि उनकी शादी आसान नहीं थी। दोनों परिवारों में इस शादी को लेकर विरोध था। सारा जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे उमर अब्दुल्लाह की बहन और फारूक अब्दुल्ला की बेटी हैं। हालांकि शुरुआत में विरोध के बाद फारूक ने सचिन को दामाद के रूप में स्वीकार कर लिया। सचिन कभी राजनीति में नहीं आना चाहते थे लेकिन पिता राजेश पायलट की मौत के बाद वह इसमें उतरे। 2004 में महज 26 साल की उम्र में में सचिन ने राजस्थान के दौसा से बड़ी जीत हासिल की थी। 

3. अखिलेश और डिंपल की प्रेम कहानी सबसे अलग

अखिलेश यादव जब 25 साल की उम्र में पहली बार डिंपल रावत से मिले थे, तब न उनका स्वभाव मिलता था, न शौक और न ही पारिवारिक पृष्ठभूमि। सैन्य परिवार से आने वाली डिंपल उस समय लखनऊ यूनिवर्सिटी से कॉमर्स की पढ़ाई कर रही थीं और अखिलेश ऑस्ट्रेलिया से एनवायरमेंट इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री लेकर लौटे थे। दोनों पहली बार एक कॉमन फ्रेंड के जरिये मिले। अखिलेश यूपी के एक बड़े राजनीतिक परिवार से आते हैं और उनके परिवारवाले इस शादी के लिए तैयार नहीं थे। हालांकि डिंपल के कर्नल पिता तो कुछ समय बाद मान गए लेकिन अखिलेश को अपने पिता मुलायम सिंह यादव को मनाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। आखिरकार 24 नवंबर, 1999 को अखिलेश और डिंपल की शादी हो गई। दोनों के तीन बच्चे अर्जुन, टीना और अदिति हैं।