नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने अपना विदेशी दौरा रद्द कर दिया है। हालांकि ये नहीं बताया गया है कि उन्होंने अपना दौरा क्यों रद्द किया है। लेकिन माना जा रहा है कि अयोध्या मामले की सुनवाई खत्म होने के बाद इस पर चर्चा की अहमियत को देखते हुए इस दौरे को रद्द किया गया है। रंजन गोगोई अगले महीने रिटायर होने वाले हैं।

हालांकि रंजन गोगाई ने पहले ही साफ कर दिया था कि राममंदिर विवादित बाबरी मस्जिद मामले को अब और ज्यादा नहीं लटकाया जाएगा। क्योंकि वह चाहते हैं उनके रिटायर होने से पहले ही इस मामले का फैसला हो जाए। लिहाजा माना जा रहा है कि उन्होंने इसके लिए अपने विदेशी दौरे के रद्द कर दिया है। सीजेआई गोगोई को शुक्रवार यानी 18 अक्टूबर को दुबई के लिए उड़ान भरनी थी। इसके बाद उन्हें कैरो, ब्राजील और न्यूयॉर्क की यात्रा करनी थी। इस यात्रा से उन्हें 31 अक्टूबर को स्वदेश लौटना था।

लिहाजा इसके लिए उन्होंने केन्द्र सरकार से पिछले महीने ही अनुमति ली थी। लेकिन गोगोई का अचानक अपने दौरे को रद्द करना चर्चा का विषय बना हुआ है। आज से अयोध्या मामले में बंद कमरे में बेंच के बीच इसके हर पहलू और पक्षकारों की दलीलों को लेकर बातचीत होनी है। सीजीआई के  कार्यालय ने दो दिन पहले ही मोदी सरकार को यात्रा रद्द करने के बारे में जानकारी दी है। हालांकि उनके कार्यालय की तरफ से किसी भी तरह की जानकारी नहीं दी गई है कि आखिर क्यों इस यात्रा को रद्द किया गया है।

गौरतलब है कि गोगोई इस विवादास्पद मामले में फैसला उनकी सेवानिवृत्ति से पहले ही देना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने दोनों पक्षों से साफ कर दिया था। हालांकि पिछले दिनों कोर्ट में मुस्लिम पक्षों ने कई बार समय बढ़ाने की बात कही थी। लेकिन कोर्ट ने साफ कर दिया था कि किसी भी हाल में अब इस मामले में समय नहीं बढ़ाया जाएगा। रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं।