नई दिल्ली। कांग्रेस की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही है और पार्टी के भीतर लगातार लेटर बम फूट रहे हैं। पिछले दिनों कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में हुए बवाल के बाद जारी घमासान अभी तक शांत नहीं हुआ है तो अब दूसरा लेटर बम कांग्रेस के भीतर फूट गया है। कांग्रेस के यूपी के नेता ने सोनिया गांधी और कांग्रेस को एक चिट्ठी लिखी है। ये बागी नेता सोनिया गांधी से पिछले एक साल से मिलने का समय मांग रहा है, लेकिन पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी इन नेताओं को समय नहीं दे रही हैं। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पार्टी में लोकतंत्र बहाल करने और चुनाव कराने को लेकर चिट्ठी लिखने वाले नेताओं ने साफ कहा कि पार्टी को कांग्रेस अध्‍यक्ष के पद को लेकर स्थिति का साफ करना चाहिए।
 
फिलहाल पिछले दिनों 23 वरिष्ठ  नेताओं द्वारा सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने के बाद पार्टी के भीतर एक बार फिर 'लेटर बम' फूटा है। ये लेटर बम उत्तर प्रदेश में फूटा है और पार्टी के पूर्व सांसद संतोष सिंह, पूर्व मंत्री सत्‍यदेव त्रिपाठी, पूर्व विधायकों विनोद चौधरी, भूदर नारायण मिश्रा, नेकचंद पांडे, स्‍वयं प्रकाश गोस्‍वामी और संजीव सिंह ने अपनी चिट्ठी के जरिए प्रियंका गांधी पर निशाना साधा है। ये नेता पिछले एक साल से पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने का समय मांग रहे हैं, लेकिन दस जनपथ इन नेताओं को समय नहीं दे रहा है। वहीं इन नेताओं को सोनिया गांधी की पुत्री और कांग्रेस की ताकतवर महासचिव  प्रियंका गांधी ने बाहर कर दिया था। पिछले साल पार्टी से बाहर कर दिया गया था। वहीं इन नेताओं का कहना है कि अगर पार्टी नहीं चेती तो पार्टी यूपी में खत्‍म हो जाएगी।

वहीं सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेता संगठन में बदलाव और कांग्रेस अध्‍यक्ष पद को लेकर स्थिति स्‍पष्‍ट करने की मांग कर रहे हैं। पिछले दिनों सोनिया गांधी के वफादार गुट की दूसरे गुट के नेताओं के साथ जमकर विवाद हुआ था और सोनिया के वफादार नेताओं ने 23 नेताओं की तीखी आलोचना की थी। हालांकि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में दोनों धड़ों के बीच तू तू मैं मैं हुई। जिसके बाद सोनिया गांधी और उनके वफादार बैक फुट पर आ गए हैं सुलह कराने की कोशिश करने लगे।