कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी दो सीटों से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। उत्तर प्रदेश की परंपरागत अमेठी सीट के अलावा राहुल केरल की वायनाड सीट भी मैदान में उतरेंगे। लंबे समय से उनके वायनाड से चुनाव लड़ने की अटकलें थीं।

पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने रविवार को इस पर मुहर लगा दी। उन्होंने मीडिया को इसकी जानकारी देते हुए कहा, हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि राहुल गांधी ने दो सीटों से चुनाव  लड़ने पर अपनी सहमति दे दी है। 

इसके बाद कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी राहुल गांधी की दूसरी सीट को लेकर स्थिति साफ कर दी गई। कांग्रेस के मुताबिक, दक्षिण भारत के पार्टी कार्यकर्ता राहुल गांधी से लगातार वायनाड सीट से चुनाव लड़ने की मांग कर रहे थे। राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं की मांग को स्वीकार कर लिया है। अब वह अमेठी के अलावा केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ेंगे।

वायनाड तीन राज्यों तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक से घिरा हुआ है और इसके कांग्रेस के लिए सुरक्षित माना जाता है। उधर, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आज एक सुखद दिन है। राहुल गांधी दक्षिण भारत से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कई बार कहा है कि अमेठी उनकी कर्मभूमि है।अमेठी से उनका रिश्ता परिवार के सदस्य का है, इसलिए अमेठी को छोड़ नहीं सकते।

राहुल गांधी के अमेठी छोड़कर भागने के भाजना नेता स्मृति ईरानी के तंज पर सुरजेवाला ने कहा, 'नरेंद्र मोदी गुजरात छोड़कर बनारस क्यों गए थे, क्या वह गुजरात को लेकर आश्वस्त नहीं थे। यह बचकाना टिप्पणियां हैं। स्मृति ईरानी तीसरी बार हारने जा रही हैं।'

इस बीच, वायनाड सीट से राहुल गांधी को चुनाव मैदान में उतारने के कांग्रेस के ऐलान के बाद सीपीआई नेता प्रकाश करात ने कहा कि यह निर्णय अब केरल में वामपंथ के खिलाफ लड़ने की उनकी प्राथमिकता को दर्शाता है। यह भाजपा से लड़ने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रतिबद्धता के खिलाफ जाता है, क्योंकि केरल में एलडीएफ भाजपा से लड़ रहा है। हम इस चुनाव में हम वायनाड में राहुल गांधी की हार सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे।