2019 से लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 11 अप्रैल को 91 सीटों के लिए होने वाले मतदान की सोमवार को अधिसूचना जारी कर दी गई। निर्वाचन आयोग ने पहले चरण के चुनाव के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हस्ताक्षर वाली अधिसूचना जारी की।

इस चरण में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सहित 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। इनमें आंध्र प्रदेश की सभी 26, तेलंगाना की 17 और उत्तराखंड की पांच सीटों के अलावा उत्तर प्रदेश की आठ, बिहार की चार एवं महाराष्ट्र की सात सीटें शामिल हैं। 

अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई। चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, पहले चरण के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 25 मार्च है। नामांकन पत्रों की जांच 26 मार्च को होगी और नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 28 मार्च है।

एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को हैदराबाद लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया। इस सीट पर पहले चरण में 11 अप्रैल को चुनाव होना है। ओवैसी ने ट्वीट किया, ‘हैदराबाद संसदीय निर्वाचन क्षेत्र भारत के वंचित, दमित और कमजोर तबके की आवाज रहा है। इंशाअल्लाह, यह यह आगे भी अपना काम करता रहेगा।’ वह 2004 से तीन बार हैदराबाद सीट पर जीत दर्ज कर चुके हैं। सत्तारूढ़ टीआरएस पहले ही घोषणा कर चुकी है कि वह ओवैसी को अपना समर्थन देगी।

लोकसभा की 543 सीटों के लिए सात चरणों में चुनाव होना है। पहले चरण में जिन राज्यों की सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव होना है उनमें आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और उत्तराखंड के अलावा अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम, अंडमान एवं निकोबार और लक्षदीप शामिल हैं। इसके अलावा पश्चिम बंगाल की 42 में से दो और जम्मू कश्मीर की छह में से दो सीटों पर भी पहले चरण में मतदान होगा।

इस चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जिन आठ सीटों पर चुनाव होना है उनमें केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा का संसदीय क्षेत्र नोएडा तथा जनरल (सेवानिवृत्त) वी के सिंह का संसदीय क्षेत्र गाजियाबाद भी शामिल है। वहीं बिहार की औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई लोकसभा सीट के लिए पहले चरण में मतदात होगा। 

भाजपा और कांग्रेस सहित विभिन्न दलों ने पहले चरण के मतदान वाली सीटों के लिए अपने उम्मीदवार घोषित करने की प्रक्रिया शुरु कर दी है। नामांकन के अंतिम दिन 28 मार्च को ही पता चलेगा कि 91 सीटों के लिए कितने उम्मीदवार मैदान में हैं।