नई दिल्ली। बिहार की राजनीति में साफ सुथरी छवि के साथ भारतीय जनता पार्टी के अंदर अच्छी खासी दखल रखने वाले वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लिए प्रचार नहीं करेंगे। उन्होंने इसकी घोषणा बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर कर दी है। जिसके बाद से हड़कंप मच गया है।

6 माह से गंभीर बीमारी कैंसर से जूझ रहे हैं सुशील मोदी
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी के इस स्टैंड के पीछे की जो वजह सामने आई है, वह कैंसर जैसी भयावह बीमारी है। जिससे वह पिछले 6 महीने से जूझ रहे हैं। इसी बीमारी के चलते ही उन्होंने चुनाव प्रचार से पैर पीछे खींच लिए हैं। 

सुशील मोदी ने लिखा, 'पीएम मोदी को सब कुछ पहले ही बता दिया है'
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को X पर एक पोस्ट लिखकर सनसनी फैल दी। उन्होंने लिखा कि 'पिछले 6 माह से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूं । अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है । लोक सभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊँगा । PM को सब कुछ बता दिया है । देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित।'

 

बिहार BJP के बड़े नेता है सुशील मोदी
बिहार से 72 वर्षीय राज्यसभा सांसद ने यह नहीं बताया कि वह किस प्रकार के कैंसर से जूझ रहे हैं। बिहार में भाजपा पर महत्वपूर्ण प्रभाव रखने वाले सुशील मोदी राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा के उम्मीदवारों की सूची में गायब थे। हालाँकि, भाजपा नेता 27 सदस्यीय चुनाव घोषणापत्र समिति का हिस्सा हैं, जिसके अध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह थे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल क्रमशः संयोजक और सह-संयोजक हैं।  सुशील मोदी बीजेपी के वो नेता हैं जो भारत की संसद के दोनों सदनों के साथ-साथ विधान परिषद और विधान सभा में भी रहे हैं। सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव में  बिहार की 40 लोकसभा सीटों के लए 19 अप्रैल और 1 जून को वोट डाले जाएंगे। गिनती 4 जून को होगी।