गुना। मध्य प्रदेशके गुना जिला अंतर्गत गोपालपुरा के मुक्तिधाम केंद्र (श्मशान घाट) पर रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां महाशिवरात्रि की रात में एक जलती हुई चिता के साथ 3 तांत्रिक तंत्र साधना करते पाए गए। रात के अंधेरे में करीब 9.30 बजे तंत्र साधना की जा रही थी। मृतक का भाई अपने दोस्त के साथ जब ये खौफनाक मंजर देखा तो उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई। तीन तांत्रिक चाकू, सिंदूर, बाल और तमाम अन्य तंत्र मंत्र की सामग्री लिए युवक की चिता, शव और राख के साथ तंत्र साधना में तल्लीन थे। तांत्रिकों ने मृतक अश्विनी की चिता की राख को बोतल में भी भर लिया था।

केदारनाथ में कार्डियक अरेस्ट से हो गई थी मौत
गुना जिले के गोपालपुरा निवासी अश्विनी केवट (29) 8 मार्च को महाशिवरात्रि के अवसर पर अपने दोस्तों के साथ केदारनाथ धाम दर्शन करने गया था। दर्शन और प्रसाद ग्रहण करने के बाद अश्विनी केवट के सीने में अचानक तेज दर्द हुआ और उसकी मौत हो गई। डाक्टरों ने बताया कि उसे दिल का दौरा पड़ा था। कार्डियक अरेस्ट के कारण उसकी जान चली गई।

 

मृतक के आत्मा की शांति के लिए सिगरेट लेकर श्मशान घाट गए थे भाई और दोस्त
मृतक के परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार गोपालपुर स्थित श्मशान घाट पर देर शाम कर दिया और वापस घर लौट आए। अश्विनी केवट को सिगरेट पीने का शौक था। अंतिम समय में मृतक का शौक पूरा करने और आत्मा की शांति के लिए उसका भाई निखिल केवट और अपने दोस्त आकाश रघुवंशी के साथ रात में करीब 9.30 बजे सिगरेट लेकर श्मशान घाट गया था। जब वह दोनों वहां पहुंचे तो वहां का दृश्य देखकर उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई। 

तीन लोग चिता, शव और राख से कर रहे थे तंत्र क्रिया 
निखिल और आकाश ने देखा कि अश्विनी की चिता के पास तीन तांत्रिक चटाई बिछा कर बैठे थे। जो उनके भाई अश्विनी की जलती चिता, शव और राख से तंत्र क्रिया कर रहे थे। उनके पास सिंदूर, चाकू आदि तंत्र सामग्री रखी थी। तांत्रिकों ने बोतल में चिता की राख भर ली थी। उनकी तांत्रिक क्रियाएं अंतिम दौर में थीं।

1 तांत्रिक मौके से भागा, पकड़े गए 2 तांत्रिकों ने कहा, 'जो क्रिया करना थी, वो हम कर चुके'
जब निखिल, आकाश और अन्य लोगों ने तांत्रिकों से पूछताछ की तो उन्होंने अपने नाम अविनाश नाथ चंदेल, दिलीप नाथ चंदेल और राहुल बैरागी बताए। अश्विनी के घरवालों ने लाश और चिता के साथ किए जा रही क्रिया का विरोध किया। इस पर मामला बिगड़ गया। मामला बिगड़ता देख तांत्रिक राहुल बैरागी मौका पाकर भाग निकला, लेकिन बाकी दोनों तांत्रिकों अविनाश और दिलीप को वहां मौजूद लोगों ने पकड़ लिया। हालांकि, दोनों तांत्रिक कह रहे थे कि हमें चिता और शव के साथ जो क्रिया करना थी, वो हम कर चुके। 

 

पुलिस ने दर्ज की तीनों तांत्रिकों के खिलाफ रिपोर्ट
गोपालपुरा के टीआई कैंट थाना पंकज त्यागी ने बताया कि पुलिस ने तीनों तांत्रिकों के खिलाफ धारा 297, 34 आईपीसी के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस छानबीन में जुटी है कि आखिरकार तंत्र क्रिया के पीछे तांत्रिकों का मकसद क्या था? क्या किसी को नुकसान  पहुंचाना था। 

धामों में आए दिन होती है लाशों के साथ तांत्रिक क्रियाओं की घटनाएं
घटना को लेकर परिजनों और लोगों में नाराजगी है। लोगों का कहना है कि गुना में पहले भी मुक्तिधामों में तंत्र क्रिया के मामले सामने आए हैं। लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि जलते हुए शवों के साथ छेड़छाड़ कैसे रोकी जाए? क्या शवों को सुरक्षा प्रदान की जाएगी? डॉक्टर्स का कहना है कि इस तरह की तंत्र क्रियाएं महज अंधविश्वास होती हैं, जिन्हें रोका जाना बेहद आवश्यक है। क्योंकि ऐसे तांत्रिक समाज में कुरीतिया फैलाते है। जिसका शिकार आम आदमी बनता है।

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