मध्य प्रदेश की फाइनेंसियल कैपिटल कहे जाने वाले इंदौर शहर के स्वामीनारायण मंदिर में 4 अप्रैल को एक सनकी युवक ने मौसेरे भाई-बहन की गोली मारकर हत्या कर दी। उसके बाद उसने एक लेटर सोशल मीडिया पर डाला और फिर खुद सुसाइड कर लिया। पुलिस का मानना है कि love triangle का मामला है।
इंदौर। मध्य प्रदेश की फाइनेंसियल कैपिटल कहे जाने वाले इंदौर शहर के स्वामीनारायण मंदिर में 4 अप्रैल को एक सनकी युवक ने मौसेरे भाई-बहन की गोली मारकर हत्या कर दी। उसके बाद उसने एक लेटर सोशल मीडिया पर डाला और फिर खुद सुसाइड कर लिया। पुलिस का मानना है कि love triangle का मामला है।
स्वामीनारायण मंदिर में 30 मिनट तक तीनों ने बैठकर की बात
जूनी इंदौर की रहने वाली स्नेहा जाट (22) का मौसेरा भाई दीपक जाट (27) भंवरकुआ थाना क्षेत्र में स्थित अरिहंत कालेज में पढ़ता था। 4 अप्रैल को स्नेहा दीपक के साथ कालेज के बगल स्थित स्वामीनारायण मंदिर गई थी। वहां दोनों बैठे थे तभी अभिषेक यादव (26) निवासी द्वारिकापुरी वहां पहुंच गया। अभिषेक मूलत: सीहोर जिले के रेहटी गांव का रहने वाला था। वहां तीनों करीब 30 मिनट तक बात करते रहे। इस दौरान उनके बीच तीखी बहस भी हुई। बहस के दौरान ही अभिषेक उठा और पिस्टल निकाल कर स्नेहा एवं दीपक को गाेली मार दी। गोली लगते ही दोनों वहीं तड़पकर ढेर हो गए।
डबल मर्डर के बाद अरिहंत कालेज में जाकर किया सुसाइड
अभिषेक वहां से भागा और बगल में अरिहंत कालेज कैंपस पहुंचा गया। वहां वह घबराया हुआ गार्ड से पानी मांगा। गार्ड ने उसे इशारा करके बताया कि दूसरी तरफ नल लगा है। वह आगे बढ़ा लेकिन नल की तरफ न जाकर दूसरी तरफ जाने लगा। गार्ड ने उसे टोका तो उसने अनसुना कर दिया। कुछ दूर जाकर उसने पिस्टल से खुद को गोली मार ली। उसके इस कदम से गार्ड एवं कालेज परिसर में मौजूद लोग शाक्ड रह गए। पुलिस को खबर दी गई। छानबीन के बाद तीनों के शव पोस्टमार्टम हाउस भेज दिए गए। अभी चर्चा चल रही थी कि सनकी प्रेमी ने एकतरफा प्यार में मौसेरे भाई-बहन की हत्या कर सुसाइड कर लिया, कि तभी सोशल मीडिया पर एक लेटर वायरल होने लगा, जो अभिषेक यादव के मोबाइल से भेजा गया था।
लेटर में मृतका को बताया पत्नी, तीसरे इंसान की इंट्री से बढ़ी तकरार
इस लेटर के मुताबिक स्नेहा और अभिषेक का अफेयर 2019 से चल रहा था। लॉकडाउन के दौरान दोनों करीब आ गए। पहले अभिषेक ने उससे शादी करने से मना कर दिया था, लेकिन कुछ दिन बाद स्नेहा ने दबाव बनाकर उससे मंदिर में शादी कर ली थी। देवास मंदिर में दर्शन करने गए तो वहां पर स्नेहा ने माताजी के सामने अपनी मांग में दोबारा सिंदूर भरवाया। वह मुझे पति की तरह मानने लगी थी। करवा चौथ से लेकर सावन के सोमवार तक का व्रत मेरे लिए रखती थी। स्नेहा हमेशा कहती थी कि अगर उसने धोखा दिया तो वह मर जाएगी। हम अपने दोस्तों के फ्लैट्स, पार्क और काफी हाउस में मिलते थे। बाद में हमने किराए पर एक कमरा ले लिया था। हमारा रिलेशन बहुत अच्छा चल रहा था। हम बहुत घूमते थे। 13 से 14 बार उज्जैन महाकाल और 8 बार देवास और महेश्वर के सारे वाटरफॉल घूमन गए गए। लेकिन फिर हम दोनों के बीच कोई तीसरा इंसान आ जाता है।
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Last Updated Apr 5, 2024, 8:09 AM IST