आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे के लिए आज बिहार में महागठबंधन के घटक दलों के बीच अहम बैठक होने जा रही है. हालांकि अभी तक ऐसा कहा जा रहा है कि छोटे दल राजद और कांग्रेस के रूख को लेकर काफी नाराज चल रहे हैं. लिहाजा आज की बैठक में उन दलों की नाराजगी दूर की जा सकती है. 

महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को निपटाने के लिए आज नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की अगुवाई में बैठक होगी. आगामी लोकसभा चुनाव के पहले सीटों के बंटवारे पर पहली बार पटना में हो रही महागठबंधन नेताओं की इस बैठक को अहम माना जा रहा है. अभी तक सभी दलों के बीच में सीटों के बंटवारा नहीं हो पाया है. कांग्रेस और राजद ज्यादा से ज्यादा सीटें चाहती हैं. वहीं क्षेत्रीय दल भी ज्यादा सीटें चाहती हैं. इसकी लेकर कुछ दिन पहले हम के नेता जीतनराम मांझी ने भाजपा और कांग्रेस को एक ही सिक्के के दो पहलू बताया था.

आज की बैठक में रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी, हम अध्यक्ष जीतनराम मांझी, कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह और प्रदेश अध्यक्ष मदनमोहन झा, लोजद के प्रदेश अध्यक्ष रमई राम के साथ ही कई और नेता शामिल होंगे. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नौ जनवरी को बिहार महागठबंधन की बैठक दिल्ली में बुलाई है. जिसके लिए सभी नेताओं को दिल्ली आने को कहा है और ऐसे में इस बैठक को अहम माना जा रहा है. क्योंकि इसके बाद सीटों के बंटवारे पर राहुल गांधी और सभी नेता मुहर लगाएंगे.

इस बैठक में सीटों के बंटवारे के फार्मूले को अंतिम रूप दिया जा सकता है. महागठबंधन में शामिल होने वाले ज्यादातर नेता रांची में लालू यादव से मिल चुके हैं.एनडीए दलों भाजपा, जदयू और लोजपा ने अपनी सीटों की संख्या की घोषणा कर दबाव बढ़ा दिया है. पिछले दिनों राजद नेता रघुवंश प्रसाद ने कहा था कि छोटे दलों को बड़े दलों के चुनाव निशान पर चुनाव लड़ना चाहिए. ताकि वोटों का बंटवारा न हो. हालांकि इस बयान को लेकर महागठबंधन के घटक दलों ने जबरदस्त विरोध किया था.