नई दिल्ली. राजस्थान में जारी संकट के बीच एक इंटरव्यू में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिस किसी को उनकी सरकार गिरानी है वो गिराए। वो देख लेंगे। उनका कहना है कि इंतजार किसका है? अब सरकार गिराओ, सरकार तीन पहिओं वाली है, लेकिन वो गरीबों का वाहन है, पर उसकी स्टेरिंग तो उनके हाथ में है। बुलेट ट्रेन या रिक्शा में चुनाव करना पड़ा तो वो रिक्शा ही चुनेंगे।

मैं गरीबों के साथ खड़ा रहूंगा: उद्धव ठाकरे 

उद्धव ठाकरे ने कहा कि वो गरीबों के साथ ही खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा, 'अपनी यह भूमिका मैं बदलता नहीं हूं। कोई ऐसी सोच न बनाए कि अब मैं मुख्यमंत्री बन गया हूं, मतलब बुलेट ट्रेन के पीछे खड़ा रहूंगा। शिवसेना मुखपत्र सामना से बात करते हुए महाराष्ट्र सीएम ने कहा कि महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था डगमगा गई है, लेकिन रास्ता निकालेंगे। ऑपरेशन लोटस महाराष्ट्र में सफल होगा या नहीं? इस सवाल के जवाब में महाराष्ट्र सीएम ने कहा कि 'करके देखो ना। मैं भविष्यवाणी कैसे करूंगा? आप करके देखो। जोड़-तोड़ करके देखो। एक महत्वपूर्ण मुद्दा क्या है कि ऐसा कोई भी विपक्षी नेता दिखाओ जो दूसरी पार्टी में जाकर सर्वोच्च पद पर पहुंचा है, मुख्यमंत्री बना है।'

पार्टी में छोड़ने वालों पर उद्धव ठाकर ने कसा तंज

सीएम उद्धव ने कहा कि आपको आपकी पार्टी में ऐसा क्या मिलता नहीं है कि आप दूसरी पार्टी में जाते हैं। कई जगह पर ऐसे उदाहरण हैं। ऐसे तोड़फोड़ होता है उसके पीछे 'इस्तेमाल करो और फेंक दो' यही नीति सबने अपनाई है। वहीं, तीन पहियों वाली सरकार के आरोप पर महाराष्ट्र सीएम ने कहा कि 'सरकार तीन पहियों वाली है, लेकिन वह गरीबों का वाहन है। मैंने इतना ही कहा कि मैं मुख्यमंत्री होने के नाते सर्वांगीण विकास करूंगा। लोग मेरे साथ हैं, इसलिए मैं बुलेट ट्रेन ले आऊं, ऐसा नहीं है, जब तक कि वो सर्वमत से ना हो। इसलिए तीन पहिया तो तीन पहिया। वह एक दिशा में चलती है ना, फिर आपका पेट क्यों दुखता है?'

सीएम उद्धव ने सवाल पूछते हुए कहा कि केंद्र में कितने पहिये हैं? हमारी तो ये तीन पार्टियों की सरकार है। केंद्र में कितने दलों की सरकार है, बताओ ना? पिछली बार जब मैं एनडीए की मीटिंग में गया था, तब तो 30-35 पहिए थे। मतलब रेलगाड़ी थी।