नई दिल्ली। महाराष्ट्र में कोरोना का कहर जारी है और राज्य देश में सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित राज्य है। राज्य में अब तक सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। वहीं राज्य सरकार अभी तक कोरोना संक्रमण को रोकने में विफल रही है और कोरोना संक्रमण फैलने के लिए अन्य कारणों को जिम्मेदार ठहरा रही है।  वहीं जानकारों का कहना है कि राज्यमें सघन जनसंख्या के कारण कोरोना फैल रहा है।  वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य में स्वास्थ्य ढांचा बदतर है और टेस्टिंग ज्यादा हुई है। इसके कारण राज्य में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण के मामलों में महाराष्ट्र ने दुनिया के कई देशों को पीछे छोड़ दिया है।

देश में महाराष्ट्र में कोरोना का पहला मामला सामने आने के बाद राज्य में लगातार मामलों में इजाफा  होता गया।  राज्य शुरूआत से ही कोरोना संक्रमण के मामले में सबसे आगे बना हुआ है।  कोरोना संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र ने भारतीय प्रदेशों को ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों को पीछे छोड़ना शुरू कर दिया है। राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 11 लाख के पार हो चुकी है। वहीं कोरोना संक्रमण के मामले में आंध्र प्रदेश दूसरे नंबर है लेकिन यहां भी मरीजों की संख्या महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या का आधा ही है।

राज्य में अब तक 31 हजार से ज्यादा लोगों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हो चुकी है। राज्य में लगातार कोरोना के मामलों में इजाफा हुआ है। राज्य में मुंबई के साथ ही राज्य के अन्य जिले कोरोना प्रभावित हैं। राज्य में पुणे  थाणे, नागपुर समेत ज्यादातर सभी राज्यों में कोरोना का कहर जारी है।  जानकारों का कहना है कि राज्य में प्रवासी लोगों की भारी भीड़ ने कोरोना वायरस के संक्रमण की संख्या में इजाफा हुई है। वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना कि राज्य में स्वास्थ्य ढांचा काफी खराब है।  जिसके कारण कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और लोगों की मौत  हो रही है। देश में महाराष्ट्र अपने हेल्थ इन्फ्रस्ट्रक्चर पर सबसे कम खर्च करने वाला राज्य है। जानकारी के मुताबिक राजधानी मुंबई में पिछले एक महीने के दौरान ऐक्टिव मरीजों की संख्या में करीब 92% की वृद्धि हुई है।