पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के दो दिन बाद देश का एक और वीर सपूत शहीद हो गया है। जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में एलओसी से करीब 1.5. किलोमीटर अंदर एक आईईडी ब्लास्ट में सेना के मेजर चित्रेश बिष्ट शहीद हो गए। इसके अलावा एक और जवान घायल हुआ है। यह धमाका उस वक्त हुआ जब मेजर बिष्ट आतंकियों की ओर से प्लांट की गई बारूदी सुरंग को डिफ्यूज करने का प्रयास कर रहे थे।

अगले महीने की 7 तारीख को मेजर चित्रेश बिष्ट की शादी थी। यह बिडंबना ही है कि  चित्रेश के पिता दोपहर में उनकी शादी के कार्ड बांटने गए थे। शाम को चित्रेश के दोस्त का फोन आने पर परिजनों को उनकी शहादत की खबर मिली। चित्रेश तीन फरवरी को ही छुट्टी से ड्यूटी पर गए थे। इससे पहले चित्रेश मऊ में ट्रेनिंग करने गए थे। चित्रेश के पिता ने बताया कि 28 फरवरी को चित्रेश ने शादी के लिए छुट्टी लेकर घर आना था। चित्रेश देहरादून के आईएमए से 2010 के पासआउट थे। मूलरूप से अल्मोड़ा जिले के पिपली निवासी मेजर चित्रेश बिष्ट उर्फ सोनू का परिवार देहरादून के नेहरू कॉलोनी में रहता है। उनके पिता एसएस बिष्ट रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर हैं। 

उधर, एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि मेजर चितेश सिंह बिष्ट एक बम निरोधक दस्ते की अगुवाई कर रहे थे। उसी समय अपराह्र करीब तीन बजे नौशेरा सेक्टर में ट्रैक पर बारूदी सुरंग का पता चला। उन्होंने बताया कि दस्ते ने एक बारूदी सुरंग को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया लेकिन जब वे दूसरी सुरंग को निष्किय कर रहे थे तो उसमें विस्फोट हो गया और मेजर शहीद हो गए। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट में दूसरा जवान घायल हो गया और उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जम्मू-कश्मीर के रजौरी स्थित नौशेरा सेक्टर में एलओसी के पास आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए देहरादून निवासी मेजर चित्रेश बिष्ट की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत की आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुख की इस घड़ी में हम सब शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट के परिवार के साथ हैं।