ऐसे समय जब सेना में पुनर्गठन की योजना पर काम चल रहा है, सितंबर महीने के अंत में कई बड़े फेरबदल देखने को मिल सकते हैं। इस महीने के अंत तक पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अभय कृष्णा को मध्य कमान में भेजा जा सकता है। मध्य कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस नेगी और दक्षिणी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रॉबिन सोनी सेवानिवृत्त हो रहे हैं। 

सरकार के शीर्ष सूत्रों ने 'माय नेशन' को बताया, 'लेफ्टिनेंट जनरल कृष्णा को तीसरी बार सेना कमांडर के तौर पर नियुक्त किया जा सकता है। उन्हें कोलकाता स्थित पूर्वी कमान से लखनऊ स्थित मध्य कमान में भेजे जाने की संभावना है। वहीं सेना की प्रशिक्षण कमान के मुखिया लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरावने उनकी जगह पूर्वी कमान भेजे जा सकते हैं।'

कृष्णा के सबसे पहले जयपुर स्थित दक्षिण पश्चिम कमान का कमांडर बनाया गया था। इसके बाद उन्हें पूर्वी कमान में भेजा गया था। यह कमान सिक्किम, असम और अरुणाचल प्रदेश समेत चीन सीमा की निगरानी करती है। 

इस फेरबदल में यह संभावना भी है कि लेफ्टिनेंट जनरल पीएस राजेश्वर को पदोन्नति देकर सेना कमांडर बनाया जा सकता है। उन्हें दक्षिणी कमान की जिम्मेदारी दी जा सकती है। वहीं लेफ्टिनेंट जनरल संजीव चोपड़ा को शिमला स्थित ट्रेनिंग कमान की जिम्मेदारी दिए जाने की संभावना है। 

भारतीय सेना बड़े पैमाने पर अपने ढांचे का पुनर्गठन करने जा रही है। सेना का आकार कम कर उसे चुस्त और मारक लड़ाकू मशीन बनाने की तैयारी है। सेना की सात कमान हैं। इन सभी की अगुवाई सेना कमांडर करते हैं। ये सेना उपप्रमुख समेत बल के वरिष्ठतम लेफ्टिनेंट जनरल होते हैं।   

(तस्वीर में - लेफ्टिनेंट जनरल अभय कृष्णा (बाएं) और लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरावने)