नई दिल्ली। सार्क देशों के सदस्य और भारत के करीब दोस्त मालदीव ने भारत से दोस्ती निभाते हुए पाकिस्तान पोल खोल दी है।  जिसको लेकर पाकिस्तान तिलमिला गया है और भारत के खिलाफ साजिश करने की उसकी हसरतें विफल हो गई हैं।  मुस्लिम देशों के संगठन ओआईसी(oic) में मालदीव ने कहा कि भारत में दूसरे नंबर पर दुनिया के सबसे ज्यादा मुस्लिम रहते हैं और भारत में मजबूत लोकतंत्र है।  लिहाजा इस्लामोफोफिया की खबरें गलत हैं और भारत में सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है।

मालदीव ने आईओसी की बैठक में इस्लामोफोबिया पर भारत को निशाना बनाने की पाकिस्तान की कोशिश को नाकाम कर दिया। मालदीव ने साफ किया है कि भारत में मुस्लिमों की आबादी दुनिया में दूसरे स्थान पर है और भारत में सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है।  लिहाजा सोशल मीडिया में फर्जी खबरों के जरिए भारत को बदमान करने की कोशिश की जा रही है। न्यूयॉर्क में मालदीव के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत थिल्मिजा हुसैन ने कहा मालदीव ओआईसी के भीतर किसी भी कार्रवाई का समर्थन नहीं कर सकता है। जिसमें भारत को निशाना बनाया जा रहा हो।

मालदीव ने कहा कि भारत दुनिया और बहुसांस्कृतिक समाज में सबसे बड़ा लोकतंत्र है और वहां पर करीब बीस करोड़ मुस्लिम रहते हैं। लेकिन भारत के खिलाफ मुस्लिम देशों को इस्लामोफोबिया के नाम पर भड़काया जा रहा है। मालदीव ने 57 सदस्यीय समूह की बैठक में साफ कहा कि मालदीव ओआईसी के भीतर भारत के खिलाफ किसी भी कार्रवाई का समर्थन नहीं कर सकता है। मालदीव ने यह भी जोर देकर कहा कि भारत के सऊदी अरब, यूएई, अफगानिस्तान, फिलिस्तीन और मॉरीशस जैसे कई देशों के साथ अच्छे रिश्ते हैं और इन देशों ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया है।

लेकिन दुनिया के कुछ देश घृणा, पूर्वाग्रह और नस्लवाद की संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं और सोशल मीडिया को इस्तेमाल कर रहे हैं। मालदीव का इशारा पाकिस्तान की तरफ था। जो भारत के खिलाफ सोशल मीडिया में लगातार प्रचार कर रहा है। मालदीव ने कहा कि इस्लामोफोबिया, ज़ेनोफोबिया या हिंसा के किसी भी रूप में राजनीतिक या किसी अन्य एजेंडे को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। क्योंकि भारत में इस्लाम दूसरा सबसे बड़ा धर्म है और जहां देश में 14.2 आबादी रहती है।