नई दिल्ली— चीन के पाले में चला गया मालदीव नई सरकार बनने के बाद अब भारत के पाले में आ गया है। इसी कारण मालदीव के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इब्राहीम मोहम्मद सोलिह अपनी पहली विदेश यात्रा की शुरुआत भारत से करेंगे।

राष्ट्रपति इब्राहीम मोहम्मद सोलिह अगले महीने भारत की यात्रा पर आएंगे। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देश के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती प्रदान करना है। भारत की यात्रा पर आए मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने इसकी जानकारी दी। 

मालदीव का एक मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधिमंडल इस समय भारत की यात्रा पर है। इसमें शाहिद के अलावा वित्त मंत्री फयाज इस्माईल, आर्थिक विकास मंत्री इब्राहीम अमीर और विदेश राज्य मंत्री अहमद खलील शामिल हैं।

शाहिद ने कहा कि सोलिह की यात्रा का उद्देश्य भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ बनाना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि द्वीपीय देश मालदीव को जब भी जरूरत पड़ी है भारत उसकी सहायता के लिए हमेशा आगे आया है।

 

उन्होंने ‘फॉरेन कारेसपांडेंट्स क्लब’ में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मालदीव की नई सरकार भारत को इतना महत्वपूर्ण साझेदार मानती है कि राष्ट्रपति सोलिह अपनी पहली विदेश यात्रा अगले महीने 17 दिसम्बर को भारत की करेंगे।’’ 

मालदीव के वित्त मंत्री इस्माईल ने कहा कि मालदीव की नई सरकार भारत से कई क्षेत्रों में बजट सहयोग मांग रही है जिसमें स्वास्थ्य देखभाल भी शामिल है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी माले में 17 नवम्बर को सोलिह के शपथग्रहण कार्यक्रम में शामिल हुए थे।