कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में कोरोना के बढ़ रहे मामलों को लेकर केन्द्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। राज्य में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। जिसको लेकर राज्य में राजनीति शुरू हो गई है। वहीं भाजपा ने राज्य सरकार पर जवाबी हमला किया है।

राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार के मार्च के अंतिम सप्ताह तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को संचालित करने की अनुमति देने कारण कोरोना संक्रमितों के मामलों में तेजी आई है।  क्योंकि बाहर से आने वाले यात्रियों के कारण राज्य में कोरोना का संक्रमण बढ़ा है। पश्चिम बंगाल में अभी तक कोरोना वायरस के 1,300 मामले सामने आ चुके हैं और इन मामलों में एकाएक बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं राज्य में अभी तक 68 लोगों की मौत कोरोना वायरस के कारण हुई है।

 वहीं अभी तक 264 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं पिछले दिनों राज्य में बढ़ रहे मामलों को देखते हुए केन्द्र सरकार की एक टीम ने पश्चिम बंगाल का दौरा किया था। हालांकि इस दौरे के लेकर भी राज्य सरकार आपत्ति थी। राज्य सरकार का कहना था कि राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए केन्द्र सरकार ने टीम भेजी है। वहीं टीएमसी महासचिव और राज्य के संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि दो केंद्रीय टीमों को केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को बदनाम करने के इरादे से भेजा था।  मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों और ट्रेनों को रद्द करने के लिए कहा था, लेकिन केंद्र ने उस समय इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।

टीएमसी संसद को स्थगित करने के लिए कह रही थी, लेकिन केंद्र सरकार ने उसे भी गंभीरता से नहीं लिया। केंद्रीय सरकार पर राज्य सरकार के खिलाफ पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए चटर्जी ने कहा कि टीम को राज्य सरकार को बदनाम करने की नीयत से भेजा गया था। उधर पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि राज्य सरकार और टीएमसी अब दूसरों को दोष देकर अपनी जिम्मेदारियों से बचना चाह रही हैं। टीएमसी की हर गलत काम के लिए हमें दोषी ठहराने की बुरी आदत है।