कोलकाता के पुलिस कमीशनर राजीव कुमार से पूछताछ को लेकर शुरू हुई राजनीति अब धरना राजनीति में बदल गयी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीबीआई की पूछताछ मामले में रविवार को हुए ड्रामा के बाद 'संविधान बचाओ' के नाम पर धरना शुरू कर दिया। यह धरना कोलकाता के मेट्रो चैनल के पास चल रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि केन्द्र पर दबाव बनाने के लिए वह धरनास्थल पर ही कैबिनेट मीटिंग बुला सकती हैं। वहीं, विपक्ष के ज्यादातर नेताओं ममता का समर्थन दिया है जबकि कुछ कोलकाता पहुंचकर अपना समर्थन देने वाले हैं।

केंद्र की मोदी सरकार और पश्चिम बंगाल की ममता सरकार के बीच टकराव चरम पर पहुंच गया है। हालांकि इसके पीछे सीबीआई के शारदा चिट फंड में कोलकाता के पुलिस कमीशनर की भूमिका को लेकर पूछताछ को बहाना बनाया जा रहा है। लेकिन इसका असल मकसद आगामी लोकसभा चुनाव हैं।

राज्य में भाजपा लगातार मजबूत हो रही है और टीएमसी का सामने करने की ताकत अभी सिर्फ भाजपा में दिख रही है। राज्य के पंचायत चुनाव में भाजपा दूसरे नंबर की पार्टी बन गयी थी, जिसके बाद ममता बनर्जी को लग रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा उसके लिए मजबूत स्थिति में खड़ी हो सकती है। रविवार को ही ममता सरकार ने यपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हेलीकॉप्टर को राज्य में उतरने की मंजूरी नहीं दी थी। जिसके बाद योगी ने फोन के जरिए कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था। 

कोलकाता में सीबीआई के खिलाफ ममता के धरने को कांग्रेस समेत 9 विपक्षी दलों ने समर्थन दे दिया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ममता के पक्ष में आगे आए हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि केजरीवाल ममता के धरने में शामिल होंगे। दो दिन पहले ही प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने अलग-अलग दो रैलियां की थी।

 गौरतलब है कोलकाता में रविवार शाम से ही पुलिस और सीबीआई के बीच हाईप्रोफाइल ड्रामा शुरू हो गया था और इस मालमे में ममता के आ जाने के बाद इस मामले ने पूरी तरह से राजनीतिक रूप ले लिया। भाजपा ने भी आरोप लगाया है कि ममता बनर्जी शासन प्रणाली और लोकतंत्र का मखौल उड़ा रही हैं। असल में पंचायत चुनाव में भाजपा दूसरे नंबर पर रही थी। सत्तारूढ़ टीएमसी ने राज्य की कुल 31,802 ग्राम पंचायत सीटें में से 20,848 पंचायत सीटें जीती थीं। जबकि 5,636 सीटें जीतकर भाजपा दूसरे नंबर पर रही थी।