श्रावस्ती: यहां की एक महिला को उसके शौहर ने मुंबई से फोन पर विवाद के बाद तीन तलाक दे दिया। जब पीड़िता ने इसकी शिकायत कोतवाली में की तो ससुराल के लोग नाराज हो उठे। मुंबई से लौटे पति को जब पुलिस ने बुलाया तो पति ने परिवार के साथ मिलकर महिला को उसकी बेटी के सामने जिंदा जला दिया। जिससे पीड़िता की मौत हो गई।

मृतका के पिता रमजान खान ने बताया उन्होंने बेटी सईदा की शादी भिनगा कोतवाली इलाके के गदरा गांव निवासी नफीस (26) के साथ किया था। नफीस मुंबई में काम करता है। छह अगस्त को उसने विवाद के बाद फोन पर बेटी को तीन तलाक दे दिया। बेटी सईदा पति के खिलाफ कोतवाली में केस दर्ज कराना चाहती थी। लेकिन पुलिस ने पति के मुंबई से लौटने की बात कहकर केस दर्ज नहीं किया। 15 अगस्त को नफीस मुंबई से घर लौटा। इसके बाद पुलिस ने दोनों को कोतवाली बुलाया। पुलिस ने दोनों को समझाया कि, साथ रहें। 

मृतका की बेटी फातिमा ने पुलिस को बताया कि, शुक्रवार की दोपहर पिता नफीस नमाज अदा कर घर आया तो उन्होंने मां को घर से चले जाने की बात कही। इसी बात को लेकर दोनों के बीच लड़ाई हुई। तभी दादा, दादी व चाची आईं। पिता ने मां को बाल पकड़कर पीटा। इसी दौरान दो चाचियों ने मां के ऊपर केरासिन डाल दिया और दादी ने आग लगा दी। इस घटना की जानकारी मिलने पर मायके के लोग सईदा की ससुराल पहुंचे। सईदा के भाई रफीक ने भांजी फातिमा को पुलिस के पास पहुंचाया और उसका बयान दर्ज करवाया। पुलिस ने रविवार को मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन आरोपी फरार हैं। 

एसपी ने बताया कि, नफीस व उसके परिवार के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पीड़िता के पिता द्वारा लगाए गए तलाक के आरोपों की जांच की जाएगी। यह भी जांचा जाएगा कि पीड़िता ने जब पुलिस से शिकायत की थी तो मामला दर्ज क्यों नहीं किया गया?