मुरादाबाद : मुरादाबाद में एक अनोखा निकाह पढाया गया है,,आपने अभी तक किसी भी जिला अस्पताल में बीमारों का ईलाज होते देखा है लेकिन मुरादाबाद जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड के बेड नम्बर 11 पर भर्ती शाहनावाज को मौलवियों द्वारा निकाह पढ़ाते देखा तो आसपास अपने मरीजों के तीमारदार भी भौचक्के रह गए भीड़ लग गयी।  काजी ने गवाहों और रिश्तेदारों के सामने जिसका निकाह कराया उसकी हालत इतनी खराब थी कि उसे अस्पताल के बेड पर सहारा देकर निकाह कराया गया। अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में गवाहों के सामने मौलवी ने रिश्तेदारों और गवाहों के सामने निकाह की रस्म पूरी कराई और चले गए। लेकिन दूल्हा निकाह के बाद अभी भी जिला अस्पताल में अभी भी भर्ती है। 

मुरादाबाद जिला अस्पताल में निकाह के समय गवाह के रूप में मौजूद लड़के के चाचा मोहम्मद शफी ने जानकारी दी कि लड़का शाहनवाज, लड़की आसमा को लेकर फरार हो गया था जब वो मिल गए तो उसके बाद लड़के को बुरी तरह पीटा गया फिर पुलिस केस किया गया। 

निकाह के बाद ही सब विवाद खत्म होने की बात लड़की पक्ष की ओर से रखी गई तो लड़का पक्ष तैयार हो गया। दोनों पक्ष मेरे रिश्तेदार हैं और दोनों की रजामंदी से निकाह हुआ है।  परिजनों ने घटनाक्रम कैमरे के सामने न बताते हुए जानकारी दी कि सोमवार 29 जुलाई को आसमा के परिजनों को उत्तरांचल के रुड़की शहर में होने की सूचना मिली तो परिजनों ने आसमा और प्रेमी शाहनवाज को रुड़की में पकड़ लिया और दोनों की शादी करवाने के बहाने मुरादाबाद वापस ले आए। 

मुरादाबाद आकर आसमा के परिजनों ने शहनावाज को घर में बंद करके बहुत पीटा हालत गंभीर होने पर शाहनवाज को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया।

उधर पिटाई से नाराज परिजनों ने पुलिस में शिकायत की जिसके बाद दोनों परिवार शादी के लिए राजी हो गए। जिस पर परिजनों और गवाहों की मौजूदगी में काजी मोहम्मद अख़लाक़ ने मुरादाबाद जिला अस्पताल के वार्ड में गुरूवार का निकाह पढ़वाया। निकाह में मैहर की 50000 की रकम रखी गई और गवाहों के हस्ताक्षर कराए गए। फिलहाल दोनों पक्ष अब रिश्तेदार तो बन गए हैं लेकिन 3 दिन पहले लड़के को इतना पीटा गया था कि वो अस्पताल में पड़ा है और बोलने व उठने की स्थिती में नहीं है निकाह के समय उसे एक व्यक्ति द्वारा सहारा देकर बैठा रखा था कुबुलनामे के समय उसकी आवाज तक नहीं निकल पा रही थी। इससे पहले लड़की के घर पर ही निकाह की रस्म काजी द्वारा गवाहों की मौजूदगी में ही पूरी की गई।

मुरादाबाद जिला अस्पताल में भर्ती आसमा के प्रेमी शाहनवाज के चाचा शफीक ने बताया कि मेरा भतीजा है लड़की को लेकर अपने साथ चला गया था। पुलिस केस हो गया था ,उसकी पिटाई कर दी थी,,लड़की भी रिश्ते में भतीजी लगती है। इस पूरे मामले में पुलिस केस हो गया था। दोनों परिजनों की रजामंदी से दोनों का निकाह करवा दिया गया है। 


मुरादाबाद जिला अस्पताल में इस एतिहासिक निकाह करवाने वाले काजी अखलाक अहमद ने भी कहा कि पहली बार है,,उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में पहली बार निकाह करवाया है। दोनों परिवार शादी के लिए राजी हो गए हैं लड़के ने भी निकाह कबूल कर लिया है।