समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती की 16 अप्रैल को एक संयुक्त रैली होने जा रही है। लेकिन अब इस रैली में अडंगा लग गया है। ये कहा जा रहा है कि इस रैली में दोनों नेता एक साथ शामिल नहीं हो सकते हैं। क्योंकि अगर दोनों नेता अलग-अलग हेलीकॉप्टर से आना चाहे तो हैलीपैड पर दोनों को उतारना संभव नहीं हैं।

असल में आगरा की संयुक्त रैली में एसपी प्रमुख अखिलेश यादव और बीएसपी प्रमुख मायावती को संयुक्त रैली करनी है। लेकिन यहां पर दो हेलीकॉप्टर को एक साथ नहीं उतारा जा सकता है। क्योंकि हैलीपैड छोटा है। इसमें दो हेलीकॉप्टर एक साथ नहीं उतारे जा सकते हैं। आगरा प्रशासन ने कोठी मीना बाजार मैदान पर प्रस्तावित रैली स्थल पर एक हेलीपैड की ही अनुमति दी है। जबकि इसके लिए दोनों दलों के नेता अनुमति चाहते हैं। इस रैली के लिए प्रशासन ने बसपा प्रमुख मायावती के हेलीकॉप्टर की अनुमति तो दे दी है।

लेकिन अखिलेश यादव के हेलीकॉप्टर को अभी तक अनुमति नहीं दी गयी है। गौरतलब है कि किसी भी हेलीकॉप्टर को कहीं भी उतारने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होती है। जिला प्रशासन दूसरे विभागों से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेता है और उसके बाद अनुमति दी जाती है। फिलहाला कोठी मीना बाजार मैदान पर जगह कम होने के कारण दूसरे हेलीकॉप्टर को उतरने की अनुमति मिलना मुश्किल लग रहा है।

ऐसा कहा जा रहा है कि आगरा की इस रैली में सपा, बसपा और रालोद के तीनों मुखिया एक साथ मंच पर होंगे। इस रैली के लिए बीएसपी की तरफ से पहले रैली स्थल पर सिर्फ एक हेलीपैड के लिए अनुमति मांगी गई थी, जिसे प्रशासन ने स्वीकृत कर दिया। यहां पर 18 अप्रैल को मतदान होगा और 16 अप्रैल शाम पांच बजे से ही चुनाव प्रचार थम जाएगा।