उत्तर प्रदेश में 12 सीटों के लिए होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए मायावती ने तैयारी शुरू कर दी हैं। जबकि अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव में मिली हार फिर मायावती द्वारा गठबंधन तोड़े जाने के बाद अभी भी सकते में हैं। बीएसपी पहली बार उपचुनाव में अपनी किस्मत आजमा रही है। जबकि इससे पहले कभी भी बीएसपी ने उपचुनाव में हिस्सा नहीं लिया। लिहाजा अब मुकाबला बीजेपी और बीएसपी के बीच माना जा रहा है।

बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने लोकसभा चुनाव के बाद खाली हुई 12 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मायावती दिल्ली से लखनऊ तक बैठकें कर रही हैं। अब वह लखनऊ में मंडलवार 2 जुलाई को अहम बैठक करेंगी। ताकि इसमें बीजेपी को हराने के लिए उपचुनाव के लिए रणनीति बनाई जा सके। मायावती के कार्यक्रम के मुताबिक पहले दिन बरेली, चित्रकूट, कानपुर व झांसी की बैठक करेंगी।

इसके बाद 6 जुलाई को लखनऊ मंडल की बैठक करेंगी। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही मायावती ने एसपी के साथ चुनावी गठबंधन तोड़कर उप चुनाव में अकेले लड़ने का ऐलान किया था। ये एक तरह से एसपी प्रमुख अखिलेश यादव के लिए एक बड़ा झटका था। मायावती आजकल संगठन में कुछ ज्यादा ही सक्रिय हैं।

कुछ दिन पहले उन्होंने अपने भाई आंनद और भतीजे आकाश को पार्टी में अहम पद दिया था और इसके बाद वह सक्रिय होकर लगातार बैठकें कर रही हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि मायावती फिर से पार्टी को राज्य में पहले स्थान पर लाना चाहती हैं। क्योंकि इस बार मुस्लिमों में खासी संख्या में बीएसपी को वोट दिया है।

लिहाजा मायावती दलित मुस्लिम समीकरण के जरिए आगे की राजनीति पर फोकस कर रही हैं। बीजेपी की तरह ही मायावती अब बूथ स्तर पर ध्यान दे रही हैं। लिहाजा मायावती मंडलवार बैठकों में सेक्टर की गतिविधियों के साथ बूथ व सेक्टर कमेटियों के गठन में हुई अब तक की प्रगति की समीक्षा करने का फैसला किया है।