नई दिल्ली। चिकित्सा विशेषज्ञों का दावा है कि देश में कोरोना का कहर मई में खत्म हो सकता है। क्योंकि देश में कोरोना का कहर कम हो रहा है और स्थिति में सुधार हो रहा है।  मई के महीने में कोरोना अपना दम तोड़ सकता है। चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना ​​है कि रेड ज़ोन के लिए आक्रामक नियंत्रण रणनीति की जारी रखनी होगी।

देश में लॉकडाउन-2 आगामी 3 मई को खत्म हो रहा है और  चिकित्सा विशेषज्ञों का माननी है कि अगले महीने कोविज-19 खिलाफ लड़ाई खत्म हो सकती है। उनकाा कहना है कि हॉटस्पॉट जोन के लिए एक आक्रामक रोकथाम रणनीति बनानी होगी। उनका कहना है कि रेलवे, हवाई यात्रा, अंतर-राज्यीय बस सेवा, मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, धार्मिक स्थल, दूसरों के बीच, को कम से कम मई के महीने के लिए बंद रखा जाना चाहिए।

केंद्र ने बुधवार को स्पष्ट संकेत दिए कि चल रहे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को 3 मई से आगे बढ़ाया जाएगा, लेकिन "कई जिलों" में लोगों और सेवाओं राहत दी जाएगी। उनका कहना है कि देश में हॉटस्पाट की संख्या लगातार कम हो रही है। क्योंकि देश लॉकडाउन दौरान 170 से घटकर 129 हो गई है। वहीं इस दौरान संक्रमण-मुक्त जिलों की संख्या घटकर 325 से 307 तक पहुंच गई है। वहीं औरेंज जोन की संख्या 207 से बढ़कर 297 हो गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पल्मोनोलॉजी और क्रिटिकल केयर, फोर्टिस नोएडा के अपर निदेशक आरके गुप्ता का कहना है कि लॉकडाउन वायरस को नहीं मारता है, यह केवल प्रसार को धीमा कर देता है। उनका कहना है कि लॉकडाउन को रेड  जोन में लगभग दो सप्ताह या कुछ जारी रखा होना होगा जबकि कि वह ग्रीन में बदल नहीं जाते हैं।

वहीं सर गंगा राम अस्पताल के प्रसिद्ध फेफड़ों के सर्जन डॉ. अरविंद कुमार का कहना है कि रेलवे, हवाई सेवा, अंतरराज्यीय बस सेवा, मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, धार्मिक स्थल आदि को बंद रखा जाए। उन्होंने कहा कि ग्रीन जोन जिलों की सीमाओं को करना चाहिए और हाथ धोने और मास्क पहनने को जीवन शैली में शामिल करने के लिए लोगों को प्रेरित करना होगा। उनका कहना है कि लॉकडाउन कम से कम चार और हफ्तों के लिए होना चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार गुरुवार को देश में संक्रमितों की संख्या 33,050 तक पहुंच गई है जबकि 1,074 लोगों की मौत हो गई है।