नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद हटाने के एक दिन पहले से ही पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती हिरासत में है। अब महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा जावेद ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर अपनी मां की रिहाई की मांग की है। इल्तिजा ने एक वॉयस मैसेज जारी किया है उसे हिरासत में लिया गया और धमकी दी जा रही है।

महबूबा मुफ्ती की बेटी  इल्तिजा का कहना है कि सुरक्षा बलों ने उसे भी हिरासत में लिया है। उनको जानवरों की तरह कैद में रखा गया और मीडिया से बात करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी गयी है। इल्तिजा का दावा है वह तीन दिन से हिरासत में और उसकी मां महबूबा मुफ्ती पिछले 12 दिन से हिरासत में रखी गई है। इल्तिजा का कहना है कि कश्मीर में लॉकडाउन हुए 12 दिन हो गए हैं और विभिन्न पार्टियों के नेताओं को अभी भी हिरासत में रखा गया है और इसमें उसकी मां भी शामिल है। 

इल्तिजा जावेद ने एक वॉयस मैसेज मीडिया में जारी किया है और इसमें वह अपना दुख बता रही है। इल्तिजा का ये वॉयस मैसेज भी कई तरह के सवाल उठाता है। पहला जब कश्मीर में मोबाइल और इंटरनेट बंद हैं तो ये रिकार्ड कैसे किया गया । या फिर ये पहले रिकार्ड किया गया है और जिसे अब जारी किया गया है। क्योंकि हिरासत में मैसेज रिकार्ड करना आसान नहीं है। क्योंकि हर जगह पर सुरक्षा बल मौजूद रहते हैं और कश्मीर घाटी में इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बंद हैं। 

इल्तिजा जावेद ने पत्र में लिखा है कि जब जब बाकी देश भारत का स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, कश्मीरियों को जानवरों की तरह कैद कर दिया गया और उन्हें बुनियादी मानवाधिकारों से वंचित किया गया है। गौरतलब है कि राज्य से अनुच्छेद 370 हटाने से एक दिन पहले ही महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला को पहले नजरबंद किया गया और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और फिलहाल दोनों को विभिन्न गेस्ट हाउस में रखा गया है।