पंजाब नेशनल बैंक का करोड़ों रुपए लेकर भागे मेहुल चोकसी को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. चोकसी न केवल पीएनबी का पैसा लेकर भागा बल्कि वह भारतीय स्टेट बैंक का पैसा लेकर भी भागा है. चौकसी ने एसबीआ से 405 करोड़ रुपए का कर्ज लिया था और उसके बाद भाग गया.

तीन दिन पहले ही ही चोकसी ने एंटिगा में भारतीय नागरिकता को छोड़ दिया था. इसके बाद भारत सरकार को उसे भारत वापस लाने में दिक्तत होगी. क्योंकि उस भारत लाने में पहले भारत सरकार को वहां के कानून के तहत कार्यवाही करनी पड़ेगी और उसके बाद उसे भारत प्रत्यर्पित किया जा सकेगा. लेकिन अब खबर आ रही है कि चोकसी न केवल पीएनबी का 14 सौ करोड़ रुपए लेकर भागा बल्कि उसने भारतीय स्टेट बैंक से 405 करोड़ रुपए का लोन डिफॉल्ट भी किया है.

हालांकि पिछले साल एसबीआई ने दावा किया था कि पीएनबी से 1,360 करोड़ रुपए के बकाया के अलावा एसबीआई का कोई सीधा लोन चोकसी से नहीं लिया है. चोकसी द्वारा भारतीय नागरिकता सरेंडर करने के दो दिन बाद ही एसबीआई का मामला सार्वजनिक हुआ है. बहरहाल चोकसी अब वेस्टइंडीज स्थित एंटीगा एंड बारबुडा का नागरिक है. चोकसी ही नहीं बल्कि उसका भतीजा नीरव मोदी भी इस बैंक घोटाले का मुख्य आरोपी है. फिलहाल स्टेट बैंक ने चोकसी, उसके परिवार के सदस्यों और ग्रुप की कंपनियों को मुंबई, रायगढ़, नासिक और हैदराबाद में मौजूद संपत्ति पर दिए गए लोन की राशि को चुकता करने को कहा है.

हालांकि लोन चुकता होने की उम्मीद कम ही है. क्योंकि अभी तक कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति पकड़ में नहीं आया है. स्टेट बैंक की जानकारी के मुताबि पिछले साल 31 दिसंबर को चोकसी और उनके रिश्तेदारों के आखिरी बार उसके पतों पर नोटिस भेजा था. बैंक ने कहा है कि अगर 60 दिनों के अंदर बकाया चुकता नहीं किया गया तो वह सिक्योरिटी को बेचने की प्रक्रिया शुरू करेगा. चोकसी ने लोन लेने के लिए शेयर जमा कराने के साथ-साथ कई प्रॉपर्टी को गिरवी रखा था. इसके साथ ही वह 12 डिफॉल्टर लोन अकाउंट का गारंटर भी है.