अमेठी: आपको सुनने में थोड़ा अटपटा जरूर लगेगा, लेकिन सच्चाई है कि उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट में पूरी कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस की परंपरागत सीट मानी जाने वाली इस सीट पर राहुल गांधी तो नहीं दिखाई दे रहे हैं लेकिन राज्यस्तरीय नेताओं से लेकर अन्य राज्यों के नेता डेरा डाले हुए हैं और इसकी कमान प्रियंका गांधी वाड्रा के हाथ में है।

यूपी में इस बार सबसे अहम मानी जा रही अमेठी सीट पर मुकाबला दिलचस्प है। यहां पर कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं जबकि उनके खिलाफ बीजेपी नेता और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी मैदान में है। स्मृति वहां पर अकेले मोर्चा संभाले हुए हैं जबकि राहुल गांधी यहां पर नहीं दिखाई दे रहे हैं। लेकिन उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उनका मैनेजमेंट देख रही है। राहुल के प्रचार के लिए कांग्रेस के राज्य स्तरीय नेता के साथ ही राष्ट्रीय स्तर के नेता प्रचार में जुटे हैं।

कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी वहां पर प्रचार कर रहे हैं। ताकि राहुल गांधी की जीत सुनिश्चित की जा सके। कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री अपने कैबिनेट के मंत्रियों के साथ वहां पर डेरा डाले हुए हैं। ताकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरा जा सके। असल में प्रदेश में कांग्रेस का संगठन कमजोर होने के कारण पार्टी के पास वहां पर आधार नहीं है। यही नहीं कार्यकर्ता और स्थानीय नेता कांग्रेस से नाराज हैं और सवाल कर रहे हैं कि पिछले पांच साल में राहुल गांधी कहां थे।

लिहाजा प्रियंका और उनकी टीम वहां पर कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर कर रही हैं। कांग्रेस ने अपनी रणनीति के तहत ब्राह्मण वोटरों का समर्थन हासिल करने के लिए वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी को लगाया है तो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री यहां पर राहुल गांधी के पक्ष में रैली कर रहे हैं। वहीं पंजाब से भी कांग्रेस के नेता यहां पर डेरा डाले हुए हैं जो यहां पर सिख मतदाताओं को कांग्रेस से जोड़ने के लिए जनसंपर्क कर रहे हैं। दूसरी तरफ राज्य में कांग्रेस की विधायक आराधना मिश्रा और प्रदेश महिला कांग्रेस की मध्य क्षेत्र की अध्यक्ष ममता चौधरी यहां पर पिछले एक महीने से लगातार कैंप कर रही हैं।

दूसरी तरफ दलित वोटों को अपने पक्ष में करने के लिए हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए डॉ़ उदित राज अमेठी में रैली कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक राजबब्बर के साथ ही राज्य संगठन पूरी तरह से यहां पर राहुल के प्रचार के लिए जुटा है। प्रियंका स्मृति ईरानी पर ये आरोप लगा रही हैं कि वह यहां पर महज 16 बार ही आयी हैं जबकि मैं(प्रियंका) तो अमेठी में 12 साल की उम्र से आ रही हूं। इसके जरिए प्रियंका इमोशन कार्ड खेल रही हैं।