विभाग ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए ऑरेंज चेतावनी जारी कै है। वहीं विभाग का कहना कि देश के उत्तरी राज्यों में गर्मी में तेजी से इजाफा हुआ है और आने वाले दिनों में इन हिस्सों में लू चल सकती है। इसके साथ ही अगले 2-3 दिनों में कुछ हिस्सों में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। शनिवार को राजस्थान के पिलानी में तापमान 46.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
नई दिल्ली। मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि उत्तर भारत में तेज गर्मी पड़ने के साथ ही अब लू भी चलेगी। विभाग ने उत्तर भारत के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने के बाद कहा कि देश के इन हिस्सों में तेज लू चल सकती है। विभाग दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान के लिए अगले दो दिनों के लिए "रेड अलर्ट" जारी किया है। विभाग का कहना है कि अगले 2-3 दिनों में कुछ हिस्सों में तापमान 47 डिग्री पार हो सकता है।
विभाग ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए ऑरेंज चेतावनी जारी कै है। वहीं विभाग का कहना कि देश के उत्तरी राज्यों में गर्मी में तेजी से इजाफा हुआ है और आने वाले दिनों में इन हिस्सों में लू चल सकती है। इसके साथ ही अगले 2-3 दिनों में कुछ हिस्सों में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। शनिवार को राजस्थान के पिलानी में तापमान 46.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर भारत के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने के साथ मौसम विभाग दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान के लिए अगले दो दिनों के लिए " रेड अलर्ट" जारी किया है।
विभाग का कहना है कि गर्मी के मौसम में पहली बार हीटवेव के लिए लाल चेतावनी जारी की गई है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, विदर्भ और तेलंगाना हीटवेब पड़ सकती है। वहीं अगले 3-4 दिनों के दौरान छत्तीसगढ़, ओडिशा, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा और उत्तर आंतरिक कर्नाटक में लू पड़ सकती है। विभाग के मुताबिक हीटवेव तब घोषित की जाती है जब अधिकतम तापमान कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस और सामान्य तापमान से ज्यादा 4.5 डिग्री सेल्सियस से 6.4 डिग्री सेल्सियस होता है। मैदानी इलाकों में हीटवेव तब घोषित की जाती है जब वास्तविक अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस और 47 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर होता है।
विभाग ने दोपहर 1 से शाम 5 बजे के दौरान लोगों को सावधान रहने को कहा है क्योंकि इस वक्त तापमान सबसे ज्यादा रहता है। विभाग का कहना है कि गर्मी से 28 मई के बाद राहत की उम्मीद है क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ के कारण कुछ हिस्सों में वर्षा हो सकती है। इस विक्षोभ के कारण देश के पहाड़ी राज्यों और मैदानी राज्यों में बारिश हो सकती है और इससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
Last Updated May 24, 2020, 6:48 PM IST