आतंकी फंडिग के मामले फंसे जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक से आज राष्ट्रीय जांच एजेंसी पूछताछ करेगी। फारूक दिल्ली पहुंच गए हैं। एनआईए ने फारूक को पेश होने के लिए तीन बार नोटिस दिया था। लेकिन आज एजेंसी के बढ़ते दबाव के बाद वह पूछताछ के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं।

असल में एनआईए आतंकी फंडिंग के मामले में अवामी एक्शन कमेटी के अध्यक्ष, मीरवाइज और 6 से अधिक शीर्ष अलगाववादी नेता आतंकी नेताओं को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था। लेकिन ज्यादातर नेता अभी पूछताछ के लिए एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए हैं। फारूक को भी एजेंसी ने दो बार पहले नोटिस भेजा लेकिन वो पेश नहीं हुए। इसके बाद एजेंसी ने तीसरी बार नोटिस भेजकर आज पेश होने का आदेश दिया था। लेकिन खुद पर बढ़ते दबाव को देखते हुए फारूख आज एजेंसी के सामने पेश होंगे। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने ये मामला मई 2017 में दर्ज किया था।

हालांकि ये तय नहीं है कि अलगाववादी नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की जाएगी या नहीं। वहीं ये कहा जा रहा है कि एजेंसी सुरक्षा का भरोसा मिलने के बाद अलगाववादी नेता ने दिल्ली आने के लिए तैयार हुए। कुछ समय पहले केन्द्र सरकार ने अलगाववादी नेताओं को दी जाने वाली सुरक्षा को वापस ले लिया था। जिसके बाद इन लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी थी। हालांकि जांच एजेंसी के अफसरों के मुताबिक अब मीरवाइज पूछताछ के लिए तैयार हैं और उन्होंने एनआईए को सहयोग देने का वादा किया है। पहले फारूक दिल्ली के बजाय श्रीनगर में पूछताछ के लिए दबाव बना रहे थे, लेकिन एजेंसी ने उनसे दिल्ली में पूछताछ करने दबाव बनाया।

ऐसा कहा जा रहा है कि पिछली दो नोटिस के जबाव ने कहा कि वह पूछताछ के लिए दिल्ली नहीं आ सकते हैं क्योंकि उन्हें पूरी सुरक्षा की गारंटी चाहिए। अब एनआईए ने उनकी सुरक्षा संबंधी चिंता को दूर किया है। गौरतलब है कि पिछले दिनों एनआईए ने मीरवाइज उमर फारूक और गिलानी यासीन मलिक, जेकेडीएफपी के अध्यक्ष शब्बीर शाह, तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष मोहम्मद अशरफ खान, एपीएचसी के महासचिव मसरत आलम, जेकेएसएम के अध्यक्ष अकबर भट्ट के आवासों पर छापे मारे थे।