जम्मू-कश्मीर के दो प्रमुख राजनीतिक दल पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और नेशनल कांफ्रेंस पहले ही अनुच्छेद 35 ए पर सरकार का रुख साफ ना होने की वजह से खुद को चुनाव से अलग कर चुके हैं।
जम्मू कश्मीर में पंचायत और निकाय चुनाव का ऐलान होने के बाद से ही आतंकी संगठन उन्हें विफल करने में जुट गए हैं। पहले आतंकी संगठनों द्वारा आम कश्मीरियों को चुनाव में भाग न लेने के लिए धमकाने वाले पोस्टर लगाए गए, वहीं चुनाव का ऐलान होने के 2 दिन के भीतर ही तीन पंचायत घरों को आग के हवाले कर दिया गया।
दक्षिण कश्मीर के शोपियां और पुलवामा जिले में कुछ देश विरोधी तत्वों ने तीन पंचायत घरों को आग के हवाले कर दिया। शोपियां जिले के नाजनीनपुरा गांव के पंचायत घर को कुछ अज्ञात लोगों ने आग लगा दी, हालांकि स्थानीय प्रशासन ने वक्त रहते आग को बुझा दिया जिससे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। वहीं दक्षिण कश्मीर के ही पुलवामा जिले में अज्ञात लोगों ने त्राल में एक गांव के पंचायत घर को फूंक दिया, जिससे पंचायत घर की बिल्डिंग को नुकसान पहुंचा है। तीसरी घटना पुलवामा में ही हुई। यहां पंचायत घर को कुछ अज्ञात लोगों ने आग के हवाले कर दिया। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने वहां पहुंचकर आग को बुझाया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तीनों मामलों का संज्ञान लेते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बता दें कि नौ चरण में होने वाले पंचायत चुनाव का ऐलान रविवार को चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर शालीन काबरा ने श्रीनगर में प्रेस वार्ता के दौरान किया था। वहीं, डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस दिलबाग सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि जम्मू-कश्मीर पुलिस चुनाव के लिए सुरक्षित वातावरण मुहैया कराने के लिए पूरी तरह तैयार है जिसमें लोग अपने मत का उपयोग कर सकें।
जम्मू-कश्मीर के दो प्रमुख राजनीतिक दल पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और नेशनल कांफ्रेंस पहले ही अनुच्छेद 35 ए पर सरकार का रुख साफ ना होने की वजह से खुद को चुनाव से अलग कर चुके हैं। उन्होंने कहा है कि जब तक सरकार 35 ए पर अपना रुख साफ नहीं करती तब तक वह पंचायत और निकाय चुनाव में भाग नहीं लेंगे।
Last Updated Sep 19, 2018, 9:29 AM IST