'मिशन शक्ति' के दम पर भारत दुनिया के उन चार देशों में शामिल हो गया है, जिनके पास अंतरिक्ष की निचली कक्षा में किसी सैटेलाइट को मार गिराने की क्षमता है। अभी तक यह उपलब्धि अमेरिका, रूस और चीन के पास थी। अब भारत भी इन लीग में जुड़ गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो और डीआरडीओ के वैज्ञानिकों की उपलब्धि की खुद घोषणा की। हालांकि चुनावी समर में हुए इस ऐलान के बाद राजनीति तेज हो गई है। पहले कांग्रेस ने इसरो पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी की देन बताया, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसकी तुलना 'नाटक' से कर दी। 

कांग्रेस ने वैज्ञानिकों को इस उपलब्धि के लिए बधाई तो दी लेकिन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम और इसरो की स्थापना का श्रेय पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू और पीएम इंदिरा गांधी को दिया। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हेंडल पर लिखा, ‘हम इस उपलब्धि के लिए इसरो और सरकार को बधाई देते हैं, भारतीय स्पेस कार्यक्रम की स्थापना 1961 में पंडित जवाहर लाल नेहरू ने की थी और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) की स्थापना श्रीमती इंदिरा गांधी के कार्यकाल में हुई, इंदिरा गांधी ने अपनी उपलब्धियों से देश को हमेशा गर्वित किया है।'  हालांकि बाद में इस ट्वीट को हटा लिया गया।

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इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पीएम मोदी पर तंज कसा। राहुल गांधी ने डीआरडीओ को शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट में पीएम मोदी पर इशारों में हमला किया। राहुल ने ट्वीट करते हुए कहा, 'वेल डन डीआरडीओ, आपकी इस उपलब्धि पर हमें बहुत गर्व है। मैं प्रधानमंत्री को वर्ल्ड थिअटर डे की बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं।' 

उधर, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, 'आज नरेंद्र मोदी ने एक घंटे के टीवी शो के दौरान लोगों का ध्यान बेरोजगारी, ग्रामीण संकट और महिला सुरक्षा जैसे जमीनी मुद्दों से भटकाकर आसमान की ओर किया।' पीएम मोदी पर हमले के साथ ही अखिलेश यादव ने डीआरडीओ और इसरो को बधाई दी। 

कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने इस सफलता को यूपीए से जोड़ दिया। उन्होंने कहा, 'यूपीए सरकार के दौरान ए-सैट प्रोग्राम शुरू किया गया था, जो आज सफल हुआ है। मैं सभी अंतरिक्ष वैज्ञानिकों और डॉ. मनमोहन सिंह को उनके भविष्य के प्रति नजरिए के लिए शुभकामना देता हूं।' 

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, 'चुनाव आयोग की गाइडलाइंस के मुताबिक क्या यह घोषणा सही है।'