जयपुर। राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके कैबिनेट के सहयोगी विधायकों ने राखी का त्योहार जैसलमेर के होटल में ही मनाया। यहां महिला विधायकों ने सीएम अशोक गहलोत को राखी बांधकर रक्षा बंधन का त्योहार मनाया।

राज्य में कांग्रेस सरकार पर संकट के बादल जाए हुए हैं और सीएम अशोक गहलोत ने राज्य सरकार को समर्थन दे रहे कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को जैसलमेर के होटल सूर्यगढ़ में रखा है। यहां ये विधायक 14 अगस्त तरह रहेंगे। क्योंकि इस दिन राज्य में विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है। हालांकि अभी तक सचिन पायलट गुट के विधायक सरकार के खिलाफ हैं और कांग्रेस सरकार ने विधानसभा सत्र के लिए व्हिप जारी करने का फैसला किया है। जाहिर है ऐसे में सचिन पायलट गुट के विधायकों को सदन में आना ही पड़ेगा। नहीं तो उनकी विधायकी पर खतरा मंडरा सकता है।

फिलहाल राज्य में सियासी घमासान के बीच कांग्रेस की महिला विधायकों मुख्यमंत्री गहलोत का राखी बांधी और सीएम गहलोत ने एक ट्वीट में कहा कि रक्षा बंधन का पर्व वह अपने विधायकों के साथ मना रहे हैं। यहां गहलोत कैबिनेट में मंत्री ममता भूपेश सहित अन्य विधायकों शकुंतला रावत, गंगादेवी ने सीएम गहलोत को राखी बांधी और उन्हें मिठाई खिलाई। वहीं सीएम ने भी विधायकों से सरकार बचाने के लिए सहयोग मांगा। महिला विधायकों ने होटल में ठहरे संयम लोढा और अन्य विधायकों और मंत्रियों को भी राखी बांधी।

दावों के बावजूद कम विधायकों का है समर्थन

हालांकि राज्य के सीएम अशोक गहलोत दावा कर रहे हैं कि राज्य में उनकी सरकार को 109 विधायकों का समर्थन है। लेकिन उनके दावों के बावजूद जैसलमेर में महज 92 विधायक मौजूद हैं जबकि 7 विधायक और मंत्री जयपुर में ठहरे हुए हैं। इस आधार पर गहलोत सरकार के पास 99 विधायकों का ही समर्थन है। वहीं राज्य में सरकार बनाने के लिए 101 विधायकों का समर्थन चाहिए। क्योंकि राज्य की विधानसभा 220 सदस्यों की है।