राफेल के मुद्दे पर विपक्ष किसी भी हाल में भाजपा सरकार को छोड़ने के पक्ष में नहीं है। राफेल सौदे में केंद्र सरकार आज कैग की रिपोर्ट संसद में रखेगी। जिसके बाद आज फिर संसद के दोनों सदनों में हंगामे की उम्मीद की जा रही है। कांग्रेस समेत विपक्षी दल संसद में जेपीसी की मांग कर रहे हैं। वहीं ऐसा माना जा रहा है की कैग ने अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को भेज दी है।

असल में नियमों के तहत नियंत्रक व महालेखा परीक्षक (कैग) अपनी रिपोर्ट की एक प्रति राष्ट्रपति और दूसरी प्रति वित्त मंत्रालय को भेजते हैं। उसके बाद ये रिपोर्ट राष्ट्रपति भवन से लोकसभा स्पीकर और राज्यसभा के चेयरमैन को भेजी जाती है। अभी तक विपक्ष पूरी तरह से केन्द्र की मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहा है। कई दिनों से संसद में राहुल गांधी केन्द्र सरकार के खिलाफ आक्रामक मुद्दा बनाए हुए हैं। लेकिन सरकार ने विपक्ष के दावों के खारिज किया है।

कल बुधवार को 6वीं लोकसभा का मौजूदा सत्र स्थगित होगा और इससे पहले आज हंगामे की उम्मीद की जा रही है। अब अप्रैल-मई में आम चुनाव के बाद 17वीं लोकसभा का गठन होगा।  जानकारी के मुताबिक कैग ने राफेल पर 12 चैप्टर की रिपोर्ट तैयार की है। इसमें खरीद प्रक्रिया की जानकारी के साथ 36 राफेल विमानों की कीमत भी बताई गई थी। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने राफेल सौदे में भ्रष्टाचार से जुड़े अहम प्रावधानों को हटाया गया था।

ताकि अपने करीबी कारोबारियों को इसका लाभ दिला सके। कल लखनऊ में भी अपने रोड़ शो में ये जता दिया था कि वह भी राहुल गांधी की तरह राफेल को बड़ा मुद्दा बनाने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ेंगे। वहीं आज जयपुर में ईडी में राबर्ट वाड्रा की पेश के दौरान चौकीदार चोर है के जोरदार नारे लगाए गए हैं और प्रियंका गांधी जिंदाबाद के नारे लगाए हैं।