नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बहरीन की यात्रा के दौरान वहां बहरीन के शाह हमाद बिन इसा अल खलीफा ने 'द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ़ द रेनेसां' से सम्मानित किया। लेकिन इस सम्मान के साथ ही पीएम नरेन्द्र मोदी ने एक और मोर्चे पर सम्मान हासिल किया। बहरीन ने भारत के साथ संबंधों को देखते हुए बहरीन की जेलों में बंद 250 भारतीयों को मुक्त करने का फैसला किया है। जिससे ये भारतीय जल्द ही वतन वापस लौट सकेंगे। पीएम मोदी इसके लिए बहरीन की सरकार को धन्यवाद दिया है।

बहरीन की दो दिवसीय यात्रा में कल शाम को पीएम मोदी वहां पहुंचे थे और उनकी बहरीन के शाह हमाद बिन इसा अल खलीफा के साथ विभिन्न द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत हुई। पीएम नरेन्द्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं जो बहरीन की यात्रा पर गए हैं और उन्हें ये सम्मान दिया गया है। प्रधानमंत्री ने बहरीन मे दो सौ साल पुराने हिंदू मंदिर का पुनर्निर्माण का भी उद्घाटन किया। ये मंदिर खाड़ी देशों में सबसे पुराना मंदिर है। जिसे यहां रहने वाले हिंदूओं ने बनाया है।

लेकिन पीएम मोदी के साथ मुलाकात के बाद बहरीन सरकार ने मानवीय आधार पर जेलों में बंद 250 भारतीयों को माफी दे दी है और अब जल्द ही उन्हें रिहा किया जाएगा। ये लोग जल्द ही वतन पहुंचेंगे। 
पीएम मोदी ने इसके लिए बहरीन सरकार को शुक्रिया कहा है। अपने ट्वीट में उन्होंने बहरीन के शाह और पूरे शाही परिवार का इस दयापूर्ण फैसले के लिए आभार जताया है।  

पीएम नरेन्द्र मोदी यूएई में सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिलने के बाद के बहरीन पहुंचे थे जहां उन्हें 'द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ़ द रेनेसां' से सम्मानित किया गया। उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान बहरीन के शाह हमाद बिन इसा अल खलीफा के साथ विभिन्न द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी और बहरीन के शहजादे खलीफा की मौजूदगी में संस्कृति, अंतरिक्ष, अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन समेत कई क्षेत्रों के लिए सहमति-पत्रों पर दस्तखत हुए।