लोकसभा चुनाव अब बस कुछ महीने ही दूर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में शामिल मंत्री उनके समक्ष अपनी उपलब्धियां रख रहे हैं। पीएम को यह बताया जा रहा है कि उन्होंने यूपीए की तुलना में अपने अब तक के कार्यकाल में कैसे बेहतर काम किया है। 

सरकार के सूत्रों ने 'माय नेशन' को बताया कि इस हफ्ते की शुरुआत में पांच केंद्रीय मंत्रियों ने अपनी उपलब्धियों का ब्यौरा प्रधानमंत्री के समक्ष रखा। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे एनडीए ने यूपीए के मुकाबले इन वर्षों में बेहतर काम किया। 

सूत्रों के मुताबिक, कामकाज का लेखाजोखा देने का सिलसिला आने वाले दिनों में भी जारी रह सकता है। मोदी सरकार के काम को जनता के बीच रखने के दौरान इन उपलब्धियों को साझा किया जाएगा। 

कुछ महीने पहले सरकार की ओर से केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी को शामिल कर एक पैनल गठित किया गया था। इस पैनल को मोदी सरकार के चार साल के कामकाज और बड़ी उपलब्धियों की पहचान करने का जिम्मा सौंपा गया था। 

जो भी मंत्रालय पीएम को अपने कामकाज का लेखाजोखा दे रहा है, वह यह भी बता रहा है कि उनके द्वारा उठाए गए कदमों और चलाई गई योजनाओं से कितने रोजगार सृजित हुए। 

सरकार ग्राम ज्योति योजना और उज्जवला योजना के तहत हासिल की गई उपलब्धियों को पुरजोर ढंग से लोगों के बीच रखना चाहती है। मोदी सरकार के समय में 18,000 गांवों को बिजली उपलब्ध कराई गई है। ये गांव अभी तक बिजली से महरूम थे। वहीं 5 करोड़ से ज्यादा परिवारों को उज्जवला योजना के तहत रसोई गैस कनेक्शन दिया गया है। 

सरकार ने बैंकों एवं बैंकिंग सुविधाओं को लोगों के दरवाजे तक पहुंचाने की पहल की है। ये कुछ ऐसी योजनाएं हैं, जिन्हें जनता के साथ साझा किया जाएगा।