देवबंद--संघ प्रमुख मोहन भागवत के अयोध्या में सरकार द्वार कानून बना कर राम मंदिर निर्माण कराए जाने को लेकर दिए गए बयान से देवबंद के उलेमा बौखला गए हैं। देवबंद के उलेमाओं का कहना है कि, जब मामला सुप्रीम कोर्ट के अन्दर चल रहा है तो इस तरह की बयानबाजी करके देश का माहौल खराब करने की क्या जरुरत है।

सुप्रीम कोर्ट को ऐसे लोगो पर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उलेमा ने कहा मोहन भागवत का बयान आया है कि अयोध्या के मामले पर कानून बनाकर वहां पर जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण शुरू किया जाए। इसके बारे में यही कहूंगा कि मोहन भागवत और भाजपा के नेता इस तरह का बयान देकर मुल्क का अमन चैन बर्बाद करना चाहते हैं।

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गौरतलब है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के 93वें स्थापना दिवस के अवसर पर नागपुर में संघ के स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा अयोध्या राम मंदिर बनाने की वकालत की।

भागवत ने कहा कि राम सिर्फ हिंदुओं के नहीं हैं, बल्कि पूरे देश के हैं। अयोध्या में भगवान राम का मंदिर किसी भी मार्ग से बने लेकिन उनका मंदिर बनना चाहिए। सरकार को इसके लिए कानून लाना चाहिए। लोग कहते हैं कि इनकी सत्ता है फिर भी मंदिर क्यों नहीं बना।