नई दिल्ली। कानपुर शूटआउट कांड में मुख्य आरोपी विकास दुबे को मध्य प्रदेश पुलिस ने उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया है। विकास दुबे को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वो महाकाल के दर्शन करके बाहर निकला था। इससे एक बात साफ हो गई है कि यूपी पुलिस के काल बनने के बाद विकास दूबे महाकाल के दरवाजे पर पहुंचा था। वहीं उसके दो करीबियों की पुलिस के साथ मुठभेड़ में मौत के बाद वह डर गया था। उसे डर था कि पुलिस उसे गिरफ्तार कर एनकाउंटकर कर सकती है।


जानकारी के मुताबिक महाकाल मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद विकास दूबे चिल्ला चिल्लाकर सबको बता रहा था कि वह विकास दुबे है और उसे यूपी पुलिस खोज रही है और इसके बाद मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षा गार्डों ने उसे घेर कर पकड़ लिया। इसके बाद स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी दी गई और महाकाल थाना पुलिस विकास दुबे को गिरफ्तार लेकर मौके से रवाना हो गयी। हालांकि विकास दूबे को लेकर राज्य में राजनीति शुरू हो गई और विपक्षी दल राज्य सरकार से इसको लेकर सवाल उठा रहे हैं। वहीं यूपी पुलिस ने विकास दुबे के दो साथी एनकाउंटर में में भार गिराया है।

यूपी पुलिस का कहना है कि विकास के साथ प्रभात मिश्रा पुलिस हिरासत से भागने का प्रयास कर रहा था और उसने पुलिस के हथियार भी छिन लिए थे। इसके बाद वह एनकाउंटर में मारा गया है।  प्रभात मिश्रा को बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था और वहीं  विकास दुबे गैंग का एक और सदस्य  बबन शुक्ला को भी यूपी पुलिस ने इटावा में ढेर कर दिया था। इन दोनों घटनाओं के बाद से ही विकास घबरा गया था और उसे लग रहा था कि पुलिस उसका एनकाउंटर कर सकती है।