लखनऊ में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। जहां एक शराबी ड्राइवर ने दो बच्चियों को उनकी मांओं के सामने ही रोड रोलर से रौंद दिया। बच्चियों को बचाने के लिए मांएं चिल्लाती रही और चीखती रही, लेकिन शराबी रोड रोलर ड्राइवर ने उनकी आवाज नहीं सुनी और उनके कलेजे के टुकड़े को उनके सामने ही रौंद दिया। जिसमें दोनों की मौत हो गयी।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ये दिल दहला देने वाली घटना हुई है। इसे हादसा कहें या फिर इसे लापरवाही। लेकिन एक छोटी सी भूल ने दो मांओं के कलेजे के टुकड़े को उनसे छिन लिया। ये वाकया लखनऊ के एलडीए की वसंतकुंज योजना में हुआ। जहां पर ठेकेदार राहुल ने जमीन पर सोई दो बच्चियों प्रीति (4) और रचना (4) पर रोड रोलर चला दिया।

असल में तेज धूप में मजदूरी करने वाली महिलाओं ने रोड रोलर की छाए में इन दोनों बच्चियों को लिटा दिया था और वो पास में ही काम कर रही थी। इसके बाद रोड रोलर चालक ने रोलर में काफी तेज से संगीत बजाना शुरू किया। लोगों ने आरोप लगाया था कि ड्राइवर शराब पिया हुआ था। इसके बाद ड्राइवर ने इधर-उधर कहीं नहीं देखा और रोलर को चला दिया। रोलर के चलते ही दोनों बच्चियां उसके नीचे आ गयी।

हालांकि इन दोनों बच्चियों के मांओं ने शोर मचाया, लेकिन पास खड़ी जेसीबी पर तेज आवाज में गाना बजने के कारण ठेकेदार को उनकी आवाज नहीं सुनाई दी और ये हादसा हो गया। इस घटना के बाद ठेकेदार, रोड रोलर और जेसीबी पर मौजूद सभी लोग भाग निकले।

फिलहाल ठेकेदार ने पीड़ित परिवारों को तीन-तीन लाख रुपये मुआवजा दिया गया है। इस मामले में स्थानीय पुलिस ने राहुल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। जानकारी के मुताबिक ठेकेदार इन मजदूरों को छत्तीसगढ़ से लेकर आया था। हालांकि इस हादसे की खबर होते ही आसपास के गांव वाले जमा हो गए और पुलिस पर भड़क गए।

क्योंकि पुलिस उन्हें बगैर पंचनामा और कफन का इंतजाम किए मॉर्चुरी भिजवा रही थी। ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोपितों को बचाने का भी आरोप लगाया। जब पुलिस के आलाअधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया तो तब जाकर मामला शांत हुआ। फिलहाल पुलिस ने फरार ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है।