लखनऊ— बहराइच से सांसद सावित्री बाई फुले ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। . फुले ने इस्तीफा देने के साथ ही बीजेपी पर एक बार फिर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी समाज में बंटवारे की साजिश कर रही है।

फुले की पहचान उत्तर प्रदेश में बीजेपी के एक बड़े दलित चेहरे के तौर पर रही है। हालांकि वह केंद्र और यूपी सरकार पर अक्सर निशाना साधती रही हैं और आज इस्तीफा देने के बाद भी उन्होंने पार्टी पर आरोप लगाए।

गुरुवार को लखनऊ में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि के मौके पर फुले ने कहा कि भाजपा दलितों के साथ-साथ पिछड़ा और मुस्लिम विरोधी है। सरकार आरक्षण खत्म करने की साजिश रच रही है और देश को मनुस्मृति से चलाना चाहती है।

उन्होंने कहा- दलित सांसद होने की वजह से मेरी बातों को अनसुना किया गया। संविधान खत्म करने की साजिश के साथ ही दलित, पिछड़ों का आरक्षण बड़ी बारीकी से समाप्त किया जा रहा है। 

फूले कई मौकों पर पार्टी लाइन से हटकर बयान देकर पहले भी विवादों में रही हैं। वह अनुसूचित जातियों से जुड़े मुद्दों पर भाजपा की कटु आलोचना करती रहीं हैं। पार्टी इस समुदाय को लुभाने की कोशिश करती रही है। फुले के जाने से उसकी इस कवायद को धक्का लगा है।