मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार में एक मुस्लिम अफसर डरा हुआ है। डर के मारे ये राज्य प्रशासनिक सेवा का अफसर अपना नाम बदलना चाहता है। असल में इस मुस्लिम अफसर नियाज खान को लगता है कि मुस्लिम होने के नाते वह भी मॉब लिंचिंग का शिकार हो सकता है। इसकी पीड़ा मुस्लिम अफसर ने सोशल मीडिया में जाहिर की। हालांकि इससे पहले भी नियाज खान अपने वरिष्ठ अफसरों पर मुस्लिम होने के नाते प्रताड़ित करने का आरोप लगा चुके हैं।

भले ही राज्य की कमलनाथ सरकार मॉब लिंचिग के लिए नया कानून लाने जा रही हो, लेकिन राज्य प्रशासनिक सेवा के मुस्लिम अफसर नियाज खान को कमलनाथ की सरकार में डर लग रहा है। नियाज खान को लगता है कि वह कभी भी हिंसक भीड़ के निशान पर आ सकते हैं। इसके लिए वह अपना नाम बदलना चाहते हैं।

नियाज खान एक लेखक भी हैं और उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। फिलहाल नियाज खान ने मुस्लिम होने की पीड़ा को सोशल मीडिया में जाहिर किया है। ट्विटर में उन्होंने लिखा है कि वो अपने लिए एक नया नाम ढूंढ रहे हैं ताकि वो अपनी मुस्लिम पहचान छिपा सकें। क्योंकि खुद को नफरत की तलवार से बचाने के लिए यह जरूरी है।

नियाज खान फिलहाल राज्य में परिवहन विभाग में नियुक्त हैं। अपनी खौफ और पीड़ा को उन्होंने सोशल मीडिया में एक के बाद एक कई बार बयां किया। उन्होंने लिखा है कि अपनी नई किताब के लिए वह अपना नया खोज रहे हैं, ताकि उसे दे सकूं। इसके जरिए वह अपनी पहचान छिपा सकते हैं। क्योंकि मुस्लिम होने के नाते वह कभी किसी भी भीड़ का हिंसा का शिकार बन सकते हैं।

उन्होंने आगे लिखा है कि ये नया नाम उन्हें हिंसक भीड़ से बचाएगा। क्योंकि अगर मेरी दाढ़ी नहीं है और न टोपी है तो मैं अपने नकली नाम से आसानी से भीड़ के बीच से निकल सकता है। फिलहाल नियाज अहमद के इस ट्विट को लोग उनका पब्लिसिटी स्टंट भी बता रहे हैं। लोगों का कहना है कि नियाज की नई किताब बाजार में आने वाली है। लिहाजा वह अपने विवादित बयानों से इस किताब की पब्लिसिटी कर रहे हैं।

हालांकि नियाज ने बॉलीवुड के मुस्लिम अभिनेताओं को भी अपना नाम बदलने की सलाह दी है। नियाज खान पहले ही राज्य में काफी विवादित रहे हैं। क्योंकि उन्होंने कई अफसरों पर आरोप लगाया था कि मुस्लिम होने के नाते अफसरों ने उन्हें प्रताड़ित किया।