लोकसभा चुनावों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अचानक प्रयागराज स्थित स्वराज भवन पहुंचीं। सोनिया गांधी का इस तरह से अचानक वहां पहुंचना रहस्य बना हुआ है। इसके राजनैतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं। सोनिया गांधी ने लोकसभा चुनाव में प्रचार से दूरी बना रखी है। लेकिन इस तरह प्रयागराज में स्वराज भवन जाना कांग्रेस में भी एक रहस्य है।

गौरतलब है कि यूपीए की अध्यक्षा सोनिया गांधी रायबरेली की सीट से चुनाव लड़ रही हैं। हालांकि रायबरेली में सोनिया की जगह प्रियंका गांधी प्रचार संभाल रही हैं। सोनिया गांधी रायबरेली में महज अपने नामांकन में दिखी थी और उसके बाद वह वहां पर कम ही जा रही हैं। जबकि रायबरेली और कांग्रेस का गढ़ माना जाता है और इस बार वहां पर कांग्रेस के इन दोनों नेताओं को तगड़ी टक्कर बीजेपी के प्रत्याशियों से मिल रही है।

जबकि एसपी-बीएसपी गठबंधन ने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। रायबरेली में छह मई को वोट डाले जाएंगे और आज शाम को इसके लिए प्रचार खत्म हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक सोनिया शुक्रवार को दोपहर को प्रयागराज पहुंची और वहां पर दो घंटे से ज्यादा रूकने के बाद वह वापस दिल्ली चली गयी।

हालांकि सोनिया के कार्यक्रम के बारे में कांग्रेस के स्थानीय नेताओं को भी जानकारी नहीं थी। कुछ ही नेताओं को इसकी जानकारी दी गयी थी। प्रयागराज में उनके कार्यक्रम बिल्कुल गोपनीय रखा गया था। सोनिया ने यहां दोपहर का भोजन भी किया और कुछ नेताओं से बातचीत की।

सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी ने नेताओं अभी तक हुए मतदान और बचे तीन चरणों के मतदान के लिए प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति के बारे में जानकारी ली। गौरतलब है कि जब प्रियंका गांधी ने पहली बार प्रयागराज का दौरा किया था तब प्रियंका गांधी भी स्वराज भवन गयी थी। लेकिन प्रियंका अपने दादा फिरोज गांधी की मजार पर नहीं गयी।