पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कैप्टन के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सिद्धू को अब कैबिनेट से हटाने की मुहिम शुरू हो गयी है और राज्य कैबिनेट के आधे से ज्यादा मंत्रियों ने सिद्धू को कैबिनेट से हटाने की मांग की है। हालांकि कांग्रेस चुनाव परिणाम के बाद ही सिद्धू के खिलाफ कदम उठाने की दिशा में सोच रही है।

तीन दिन पहले ही कैप्टन के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ उनके कैबिनेट के सहयोगी हो गए हैं। अब इन मंत्रियों ने सिदधू को कैबिनेट से निकालने की मांग कर दी है। फिलहाल कैप्टन के विवाद के बाद उनके समर्थन में तो कोई नहीं आ रहा है, लेकिन उनका विरोध जरूर हो गया है। जानकारी के मुताबिक कैप्टन कैबिनेट के करीब छह मंत्रियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।

यही नहीं सिद्धू के खिलाफ विधायक भी दिखाई दे रहे हैं। वहीं कैप्टन की पत्‍नी परनीत कौर भी सिद्धू के खिलाफ मैदान में उतार आयी है। जबकि कुछ दिन पहले जब सिद्धू ने अपनी नाराजगी जताई थी उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू मैदान में कूद गयी थी। जिसके बाद सिद्धू और कैप्टन के बीच चली आ रही लड़ाई और ज्यादा गर्मा गयी थी।

उधर कैप्टन भी कह चुके हैं सिद्धू ने अनुशासनहीनता की है और उन्हें इसकी सजा मिलनी चाहिए। वहीं कैप्टन ने आरोप लगाते हुए कहा कि सिद्धू मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। अब इस बारे में कांग्रेस प्रभारी आशा कुमारी ने इस मामले में चुनाव नतीजों के बाद कार्यवाही करने की बात कही है। हालांकि ये मामला पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के संज्ञान में आ चुका है।