पलामू--झारखंड के पलामू पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण नीति के तहत कुख्यात एक लाख का इनामी भाकपा माओवादी कृष्णा सिंह ने पलामू पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।

दरअसल पलामू पुलिस व सीआरपीएफ के संयुक्त अभियान के तहत लगातार कृष्णा सिंह को आत्मसमर्पण करने को प्रेरित किया जा रहा था, यही कारण है कि आखिरकार कृष्णा ने पलामू पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।

मौके पर एसपी इंद्रजीत महथा ने आत्मसमर्पण नीति के तहत मिलने वाले लाभ के तहत एक लाख रुपए भी आत्मसमर्पण करने वाले कृष्ण सिंह को दिए गए। गौरतलब है कि गिरफ्तार कृष्णा के ऊपर कई नक्सली वारदात को अंजाम देने का आरोप भी है।

जिले के विश्रामपुर थाना के कौड़िया गांव निवासी माओवादी कृष्णा सिंह पिछले ग्यारह वर्ष से नक्सली गतिविधियों में संलिप्त था। महथा ने संवाददाताओं को बताया कि कृष्णा सिंह ने अपनी पत्नी फुला देवी के समझाने एवं पुलिस द्वारा आश्वस्त किए जाने के बाद आत्मसमर्पण किया है।

पुलिस ने बताया कि कृष्णा सिंह पर हत्या, डकैती, अपहरण-फिरौती, लूट तथा दहशत पैदा करने जैसे मामलों में वांछित था। इसे पकड़ने के लिए सरकार ने एक लाख रुपये की राशि घोषित की थी, जिसे बाद में उसे अलग से दी जाएगी। 

उन्होंने बताया कि पुनर्वास नीति के तहत इसके दोनों बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रति वर्ष 40 हजार रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि वह 2005 से माओवादी नक्सली गतिविधियों में शामिल रहा है और बीच में 2011 में पहली बार गिरफ्तार हुआ था, जो बाद में जमानत पर जेल से बाहर आकर नक्सली घटनाओं को अंजाम देता रहा।