मुहम्मद अली जिन्ना को लेकर सियासी बवाल जल्द थमता नहीं दिख रहा है। कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा जिन्ना को आजादी और देश के विकास में योगदान का श्रेय देने के बाद अब एनसीपी को जिन्ना अजीज लगने लगे हैं। 

एनसीपी के नेता माजिद मेनन ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि जिन्ना का देश की आजादी की लड़ाई में बड़ा योगदान था। वह एक मुस्लिम थे, सिर्फ इसलिए जिन्ना का विरोध किया जा रहा है। शत्रुघ्न सिन्हा को देश-विरोधी कहा जा रहा है। माजिद मेनन ने कहा कि अमित शाह को ध्यान देना चाहिए कल तक शत्रुघ्न सिन्हा उनकी पार्टी में थे। अगर वे कुछ भी देश विरोधी बातें कहते हैं तो वह उन्हीं का पढ़ाया हुआ है। 

भाजपा ने साधा था निशाना

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शत्रुघ्न सिन्हा के छिंदवाड़ा में दिए बयान पर निशाना साधते हुए कहा था कि जैसी पार्टी में व्यक्ति होता है उसकी सोच भी वैसी ही हो जाती है। कांग्रेस की सोच देश को बांटने करने वाली है, वैसी ही सोच कांग्रेस में जाने वाले नेताओं की हो जाती है। उन्होंने कहा, शत्रुघ्न सिन्हा जब तक भाजपा में थे, उनमें राष्ट्रवाद था और अब देखिए क्या हो गया उनको?

क्या कहा था शत्रुघ्न सिन्हा ने

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ रहे हैं। वहीं उनके बेटे नकुलनाथ छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। इन दोनों के प्रचार करने पहुंचे शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था कि कांग्रेस महात्मा गांधी से लेकर, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मोहम्मद अली जिन्ना, जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, राहुल गांधी, नेताजी सुभाषचंद्र बोस की पार्टी है। इनका देश के विकास, देश की तरक्की, देश की आजादी में सबसे महत्वपूर्ण और सबसे बड़ा योगदान है। इसलिए हम आए यहां आए हैं और एक बार जब आ गया गया हूं, पहली और शायद आखिरी बार कांग्रेस में आया हूं। तो कभी मुड़ कर जाने के लिए नहीं आया हूं।

जुबान फिसल गई थी माफी किसलिए

शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने इस बयान पर कहा कि इसमें माफी मांगने जैसा कुछ भी नहीं है, क्योंकि उनकी जुबान फिसल गई थी। वह मौलाना अबुल कलाम आजाद का नाम लेना चाहते थे लेकिन जुबान फिसलने की वजह से वह मोहम्मद अली जिन्ना का नाम ले बैठे। यह तात्कालिक भाषण था और वह सबसे पुरानी, राष्ट्रवादी और गौरवशाली इतिहास रखनेवाली पार्टी के रूप में कांग्रेस की बात कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'मैं महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू जैसे महान लोगों के बारे में बात कर रहा था मैं मौलाना अबुल कमाल आजाद का नाम लेना चाहता था लेकिन जुबान फिसलने की वजह से मैं जिन्ना का नाम ले बैठा। हालांकि मैं इसके लिए माफी नहीं मांग रहा हूं।