पटना। बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। हालांकि विपक्षी दलों के महागठबंधन में इस मामले में पीछे है। फिलहाल राज्य के सभी दलों ने मिलकर चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। लेकिन अभी तक किसी भी  गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर आमराय बन नहीं बनी है। राजग में लोजपा के नए दावे के बाद भाजपा और जदयू इस मामले  को जल्दी ही निपटना चाहता है। 

दो  दिन पहले ही भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने राज्य इकाई से साफ कह  दिया था कि राजग नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा और तीनों दल भाजपा जदयू एवं लोजपा मिलकर चुनाव लड़ेंगे। इसके जरिए नड्डा ने इस बात के संकेत दिए थे  कि सहयोगी दलों के बीच मतभेद हैं उन्हें आगे नहीं बढ़ेंने दिया जाएगा और सभी मिलकर तैयारियां करेंगे।  हालांकि लोजपा के दावे के बाद राज्य में राजग के सहयोगी दलों के बीच  अब सीटों के बंटवारे को लेकर पेंच फंस सकता है। राज्य में लोजपा ने 42 विधानसभा सीटों पर अपना दावा ठोका है और लोजपा लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन के आधार पर सीटों का बंटवारा चाहता है।

हालांकि लोजपा  के इस  फार्मूले पर न तो जदयू इसे स्वीकार नहीं करेगा और न ही भाजपा भी इससे सहमत है। अभी तक राजग में जो बातचीत  चल रही है उसके मुताबिक राज्य की 243 सदस्यीय विधानसभा में जदयू सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगा और उसके बाद भाजपा के खाते में सीटें जाएगी और फिर सीटें लोजपा को मिलेंगी।  जो जानकारी सामने आ रही है। उसके मुताबिक भाजपा और जद यू दोनों ही 100 या उससे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ सकती हैं  और इससे बची सीटें लोजपा के खाते में जाएंगी। वहीं जदयू लगभग 110 और भाजपा 100 सीटों के चुनाव लड़ सकती है। अगर ये फार्मूला लागू होता है तो लोजपा के पास लगभग 33 सीटें आ सकती हैं।