नई दिल्ली। नापाक पाकिस्तान ने अपनी जाहिलियत दिखाई है। पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए अपने एयरस्पेस को खोलने से मना कर दिया है। पीएम नरेन्द्र मोदी को सऊदी अरब की यात्रा पर जाना है। लेकिन पाकिस्तान ने साफ कर दिया है कि वह भारत को विमानों को अपनी हवाई सीमा का इस्तेमाल नहीं करने देगा। लिहाजा अब पीएम  मोदी को किसी दूसरे लंबे रूट का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लेकिन पाकिस्तान की इस हरकत से साफ हो गया है कि अब पाकिस्तान को इसकी कीमत तो चुकानी पड़ेगी। वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के मद्देनजर पाकिस्तान सरकार ने ये फैसला किया  है।

पाकिस्तान ने दूसरी बार पीएम नरेन्द्र मोदी के लिए अपने एयरस्पेस को बंद किया है। असल में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखला गया है। लिहाजा उसने एक बार फिरपीएम नरेंद्र मोदी के लिए अपना एयरस्पेस खोलने से इनकार कर दिया है। भारत सरकार ने पीएम मोदी के सऊदी अरब दौरे के लिए पाकिस्तान से उसके एयरस्पेस के इस्तेमाल की अनुमति मांगी थी। लेकिन पाकिस्तान ने साफ तौर पर मना कर दिया है।

पिछले बार भी पीएम मोदी की अमेरिका का यात्रा के दौरान पाकिस्तान सरकार ने पीएम नरेन्द्र मोदी के  विमान को इजाजत नहीं दी थी। जबकि उससे पहले राष्ट्रपति के विमान को अपने एयरस्पेस के इस्तेमाल की इजाजत नहीं दी। वहीं अब पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी का कहना है कि इस मामले में भारतीय उच्चाआयोग को लिखित में जानकारी दी जा रही है। पीएम मोदी को सोमवार को सऊदी अरब जाना है जहां वह इंटरनैशनल बिजनस फोरम में हिस्सा लेंगे।

इस दौरे के दौरान भारत और सऊदी अरब के बीच कई करार भी हो सकते हैं। जो पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। असल में फरवरी में भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविरों पर एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान घबरा गया है और उसने अपना एयरस्पेस भारतीय विमानों के लिए बंद कर दिया था। हालांकि इसके बाद पाकिस्तान को करीब 7 सौ करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

लेकिन पाकिस्तान सुधरने  का नाम नहीं ले रहा है। फिलहाल अब  पाकिस्तान  को इसकी  कीमत पानी  से चुकानी पड़ सकती है। क्योंकि आने वाले दिनों पाकिस्तान को मिलने वाले पानी में कटौती हो सकती है। जिन नदियों का पानी पाकिस्तान की तरफ जाता है। उसका पानी अब भारत के किसानों को मिलेगा।