नई दिल्ली। नेपाल चीन का तोता बन गया है और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली जिस तरह से भारत के खिलाफ बयान दे रहे हैं। अब उनके अफसरों ने भी भारत के खिलाफ बयान  देना शुरू कर दिया है। इसका सबसे ताजा उदाहरण चीन के राजदूत बनाए गए महेंद्र बहादुर पांडे हैं  जो चीन के 'तोता' बन गए हैं। चीन के साथ बेहतर रिश्ते बनाने के लिए बीजिंग भेजे गए पांडे ने एक तरफ चीन की जमकर तारीफ की तो भारत पर नेपाली जमीन कब्जाने के आरोप लगा दिए। जबकि चीन ही नेपाल में उसकी जमीन को कब्जा कर रहा है।

जानकारी के मुताबिक चीन के सरकारी अखबार ग्लोबाल टाइम्स को दिए इंटरव्यू में राजदूत महेंद्र बहादुर पांडे ने चीन-नेपाल रिश्तों की तारीफ जमकर की।  वहीं वह भारत पर आरोप न और कहा कि भारत के साथ भारतीय और विदेशी मीडिया चीन-नेपाल रिश्तों को खराब करने की कोशिश में है। असल में पांडे की नियुक्त कुछ दिन ही हुई है । क्योंकि पहले केपी ओली सरकार ने लीलामणी पौडयाल को बीजिंग से वापस बुला लिया था।

क्योंकि पौडयाल भारत के खिलाफ बयान नहीं दे रहे थे और चीनी सरकार के इशारे पर काम नहीं कर रहे थे। लेकिन अब पांडे के बयान के बाद नेपाल में ही उनका विरोध होने लगा है। क्योंकि विश्लेषक, कूटनीतिज्ञ और राजनीतिक दलों ने पांडे के बयानों को गैरकूटनीतिक बताया है।  विदेश मामलों के जानकारों का कहना है कि यह बयान नेपाल की विदेश नीति के खिलाफ है।