राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए को तमिलनाडु में एक बड़ी कामयाबी मिली है। एनआईए की जांच में ये बात सामने आयी है कि आतंकियों ने अंसारुल्ला नाम का संगठन बनाया था जो भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रच रहा था। इस मामले में एनआईए ने कई जगहों पर छापेमारी की। जिसके बाद कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 
  
एनआईए ने तमिलनाडु के चेन्नई में सैयद मोहम्मद बुखारी के आवास और दफ्तर में छापेमारी की। इसके साथ ही जांच एजेंसी ने हसन अली युनुसमरिकर और हरीश मोहम्मद के तमिलनाडु के नागापट्टिनम स्थित घर पर भी छापेमारी की।

असल में ये लोग एनआईए के रडार पर थे और जांच एजेंसियों का जानकारी मिल रही थी कि ये लोग देश के विरूद्ध काम कर रहे हैं और आतंकी घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं। फिलहाल इन लोगों के आतंकी संगठन अंसारुल्ला बनाकर भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रचने का केस दर्ज किया गया है।

एनआईए ने इन लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 12बी, 121ए और 122 के साथ ही गैरकानूनी गतिविधियों की धारा 17,18,18-बी,38 और 39 के तहत मामला दर्ज किया है। जांच एजेंसियों ने बताया कि पूरी जानकारी पुख्ता होने के बाद चेन्नई में छापेमारी की है। अभी कई लोग एनआईए के रडार पर हैं। 

एनआईए की छापेमारी में ये राज खुला है कि ये लोग भारत में हमले की साजिश कर रहे थे और इसके लिए फंड और अपने समर्थकों को जुटाने का काम कर रहे थे। इन लोगों का मकसद भारत में इस्लामिक शासन कायम करना था। जिसके लिए ये आतंकी हमलों की साजिश कर रहे थे।

जांच एजेंसी के मुताबिक इन आतंकियों से देश के अन्य हिस्सों से और बाहर से भी लोग जुड़े हैं। इसकी जांच की जा रही है। एजेंसी के मूताबिक सैयद मोहम्मद बुखारी, हसन अली और मोहम्मद युसुफुद्दीन और उसके सहयोगियों ने बड़े पैमाने पर फंड जुटाया है।

पिछले दिनों ही एनआईए ने यूपी और देश के कई हिस्सों में छापेमारी की थी। जिसमें आतंकी बम बनाने के अंतिम चरण में थे। इन आतंकियों से एक देशी रॉकेट लॉंचर भी बरामद किया गया था साथ ही भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए थे।