नई दिल्ली। दुनिया में आतंकी की फैक्ट्री के तौर से बदनाम पाकिस्तान का एक बार फिर झूठ पकड़ा गया है।  पाकिस्तान की जनता को बरगलाने के लिए पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने संयुक्त राष्ट्र में अपनी बात रखी। लेकिन ये पाकिस्तान का झूठ पकड़ा गया, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र के इस सत्र गैर-सदस्यों के लिए खुला नहीं था। तो अब सवाल उठता है कि पाकिस्तान के राजदूत  ने वहां पर कैसे बात रखी। जाहिर है पाकिस्तान झूठ बोलकर वाही वाही लूटना चाहता है।

असल पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे को लेकर पूरी तरह से दुनिया में अलग थलग पड़ गया है और वह लगातार दुनिया के सामने झूठ बोल रहा है। असल में पाकिस्तान ने दावा किया था किं संयुक्त राष्ट्र पाकिस्तानी मिशन के स्थायी प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपनी बात रखी थी। इसको लेकर पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि ने कहा कि उसने अपनी बात रखी जबकि सुरक्षा परिषद सत्र सुरक्षा परिषद के गैर-सदस्यों के लिए खुला नहीं था। यानी वहां पाकिस्तान का प्रतिनिधि था ही नहीं तो कैसे पाकिस्तान ने अपनी बात रखी।

 वहीं संयुक्त राष्ट्र में भारत ने कहा कि पाकिस्तान बड़े पैमाने पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादियों को पनाहदे रहा है और दुनिया में आतंक फैला रहा है।  वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान नियाजी भी 2019 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि पाकिस्तान में  40 से 50 हजार आतंकवादी मौजूद हैं। वहीं संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान ने दावा किया कि अलकायदा को हटा दिया है। लेकिन भारत ने कहा कि ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में छिपा था और अमेरिकी सेना ने उसे पाकिस्तान से ढूंढ निकाला था। वहीं भारत ने कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने लादेन को शहीद पुकारते हैं। लिहाजा आज भी अलकायदा पाकिस्तान में मौजूद है और पाकिस्तान की सरकार उन्हें संरक्षण देती है।